प्रधानमंत्री मोदी की कनाडा यात्रा: प्रवासी भारतीयों में उत्साह, रिश्तों को नई दिशा मिलने की उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा को लेकर कनाडा में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। मोदी जी सोमवार और मंगलवार को जी-7 बैठक में हिस्सा लेने के लिए कनाडा में रहेंगे। यह यात्रा सिर्फ एक राजनयिक औपचारिकता नहीं है, बल्कि भारत और कनाडा के बीच संबंधों को मजबूती देने की दिशा में एक ठोस कदम मानी जा रही है।
आईटी प्रोफेशनल तरुण जैन ने कहा:
“जब से कनाडा के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को आमंत्रित किया है, तब से भारतीय समुदाय में काफी जोश है। डॉक्टर, इंजीनियर, स्टूडेंट्स — हर वर्ग इस यात्रा को सराह रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रवासी भारतीय कनाडा की प्रगति में भागीदार हैं और चाहते हैं कि भारत और कनाडा के रिश्ते मधुर हों, जिससे दोनों देशों को लाभ हो।
व्यापारी गौतम सेवडा का मानना है:
“भारत एक युवा देश है और कनाडा के पास प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है। यह साझेदारी दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।”
उनका इशारा इस बात की ओर है कि दोनों देशों में आर्थिक, ऊर्जा, शिक्षा और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग की बड़ी संभावनाएं हैं।
भारत की वैश्विक स्थिति में मजबूती
उद्यमी अक्षय सक्सेना ने कहा:
“पीएम मोदी ने भारत को चौथी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बना दिया है। पहले भारत कहीं चर्चा में नहीं था, लेकिन अब सभी देश भारत के साथ व्यापार करना चाहते हैं।”
उनका यह बयान भारत की अंतरराष्ट्रीय साख में आई मजबूती और ग्लोबल इकोनॉमी में भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रति भारतीय समुदाय का क्रेज
आईटी प्रोफेशनल राहुल कुमार ने भावुक होकर कहा:
“भारत हमारी जन्मभूमि है और कनाडा कर्मभूमि। लेकिन पीएम मोदी का क्रेज यहां बसे भारतीयों में जबरदस्त है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत और कनाडा के बीच ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी की काफी संभावना है। भारत को जहां ऊर्जा की ज़रूरत है, वहीं कनाडा के पास संसाधनों की भरमार है।
भारत-कनाडा संबंधों की वर्तमान स्थिति और संभावनाएं
हाल के वर्षों में भारत और कनाडा के बीच संबंधों में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा इस तनाव को कम करने और एक नई शुरुआत की संभावना लेकर आई है।
संभावित क्षेत्रों में सहयोग:
- ऊर्जा और खनन
- शिक्षा और छात्र एक्सचेंज
- आईटी और डिजिटल इनोवेशन
- क्लीन टेक्नोलॉजी और जलवायु परिवर्तन
- फार्मास्युटिकल और हेल्थकेयर
जी-7 बैठक और भारत की भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी जी-7 की बैठक में विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह भारत की वैश्विक मंच पर बढ़ती साख को दर्शाता है। इस बैठक में भारत:
- वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला,
- ऊर्जा सुरक्षा,
- जलवायु परिवर्तन, और
- डिजिटल ट्रांज़िशन जैसे मुद्दों पर अपने विचार रखेगा।
प्रवासी भारतीयों की भावनाएं: सिर्फ दौरा नहीं, गर्व का क्षण
कनाडा में रहने वाले लाखों भारतीय इस यात्रा को अपने लिए गर्व का क्षण मानते हैं। वे इस बात से उत्साहित हैं कि भारत का प्रधानमंत्री उनके बीच आ रहा है, और इससे उनकी नई पीढ़ी को भी अपनी जड़ों से जुड़ने का मौका मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की कनाडा यात्रा न सिर्फ एक राजनीतिक यात्रा है, बल्कि यह प्रवासी भारतीयों की भावनाओं से जुड़ी, और भारत-कनाडा रिश्तों को मजबूती देने वाली पहल है। आने वाले समय में यह यात्रा दोनों देशों के बीच सहयोग, विश्वास और समृद्धि का नया अध्याय साबित हो सकती है।