फ्रांस यात्रा समाप्त कर अमेरिका के लिए रवाना हुए पीएम मोदी, ट्रंप के साथ करेंगे द्विपक्षीय बैठक
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी फ्रांस यात्रा समाप्त कर अमेरिका के लिए उड़ान भर ली है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों उन्हें व्यक्तिगत रूप से विदा करने एयरपोर्ट तक पहुंचे और दोनों नेताओं ने गले मिलकर दोस्ती और साझेदारी की गहराई को प्रदर्शित किया।“
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“धन्यवाद फ्रांस! एक सार्थक यात्रा समाप्त हुई, जहां मैंने एआई, वाणिज्य, ऊर्जा और सांस्कृतिक संबंधों से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लिया। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और फ्रांस के लोगों का आभार।”
🇫🇷 फ्रांस में क्या-क्या हुआ?
भारत-फ्रांस रिश्तों को मिली मजबूती
पीएम मोदी की यह यात्रा भारत और फ्रांस के संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण रही। दौरे के पहले दिन राष्ट्रपति मैक्रों ने उनके सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया, जिसमें दोनों नेताओं ने वैश्विक चुनौतियों और रणनीतिक सहयोग पर चर्चा की।
एआई एक्शन समिट में भागीदारी
इसके बाद ‘एआई एक्शन समिट’ (AI Action Summit) में पीएम मोदी और मैक्रों ने संयुक्त रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य और इसके प्रभाव पर विचार साझा किए।
भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि
बुधवार को पीएम मोदी ने मार्सिले स्थित ‘मजारग्यूस युद्ध कब्रिस्तान’ (Mazargues War Cemetery) में जाकर प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन
फ्रांस में पीएम मोदी और मैक्रों ने भारतीय वाणिज्य दूतावास (Indian Consulate) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने इसे “ऐतिहासिक क्षण” बताते हुए कहा कि यह भारत-फ्रांस संबंधों में एक “नया अध्याय” जोड़ने का काम करेगा।
अब अमेरिका में पीएम मोदी, ट्रंप से होगी खास मुलाकात
अब पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं, जहां वे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस मुलाकात में व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और रणनीतिक सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा क्यों खास?
- यह यात्रा राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के बाद पीएम मोदी की पहली आधिकारिक अमेरिका यात्रा है।
- पीएम मोदी और ट्रंप के बीच भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को नई गति देने पर जोर रहेगा।
- दोनों नेता व्यापार और रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विशेष चर्चा करेंगे।
- भारत और अमेरिका स्वच्छ और विश्वसनीय परमाणु ऊर्जा तकनीक पर भी समझौता कर सकते हैं।
विदेश सचिव का बयान
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पीएम मोदी की यात्रा को “भारत-अमेरिका साझेदारी को नई दिशा देने वाला” बताया। उन्होंने कहा:
“राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण के कुछ ही हफ्तों बाद, पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा यह दर्शाती है कि भारत-अमेरिका संबंध कितने मजबूत हैं।”
ट्रंप सरकार और भारत-अमेरिका संबंध
- परमाणु ऊर्जा सहयोग को लेकर बड़ी चर्चा होगी।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डिजिटल टेक्नोलॉजी में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया जाएगा।
- रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच और अधिक सौदे हो सकते हैं।
पीएम मोदी की यह यात्रा न केवल फ्रांस और अमेरिका के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत करेगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की रणनीतिक स्थिति को और सुदृढ़ करेगी।
अमेरिका में होने वाली मोदी-ट्रंप वार्ता से आने वाले समय में व्यापार, सुरक्षा, रक्षा और तकनीकी विकास के कई नए द्वार खुल सकते हैं।