पीएम मोदी ने गिर अभयारण्य में किया जंगल सफारी का आनंद, एशियाई शेरों को देखा करीब से
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर गुजरात के जूनागढ़ जिले स्थित गिर वन्यजीव अभयारण्य में जंगल सफारी का आनंद लिया और एशियाई शेरों को करीब से देखा। इस दौरान, पीएम मोदी डीएसएलआर कैमरे से शेरों की तस्वीरें खींचते नजर आए। उनकी तस्वीरों में एक मादा शेरनी अपने शावक को दुलारती हुई भी दिख रही है।“
पीएम मोदी की बैठक और वन कर्मचारियों से बातचीत
इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें: ✅ सेना प्रमुख, विभिन्न राज्यों के सदस्य ✅ गैर-सरकारी संगठनों (NGO) के प्रतिनिधि, मुख्य वन्यजीव वार्डन और राज्यों के सचिव शामिल होंगे। बैठक के बाद, पीएम मोदी सासन में महिला वन कर्मचारियों से भी बातचीत करेंगे।
भारत वन्यजीव संरक्षण में अग्रणी
अभयारण्य जाने से पहले, पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो साझा किया और लिखा:
“विश्व वन्यजीव दिवस पर, आइए हम अपने ग्रह की जैव विविधता की रक्षा और संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएं। हर प्रजाति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है – आइए आने वाली पीढ़ियों के लिए उनके भविष्य की रक्षा करें! भारत को वन्यजीव संरक्षण में अपने योगदान पर गर्व है।”
इकोलॉजी और अर्थव्यवस्था में संतुलन
पीएम मोदी का मानना है कि भारत केवल इकोलॉजी और अर्थव्यवस्था के बीच संघर्ष में विश्वास नहीं करता, बल्कि दोनों के सह-अस्तित्व को समान महत्व देता है। उन्होंने 2023 में कर्नाटक के मैसूर में ‘प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष’ के स्मरणोत्सव कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भारत की परंपरा जैव विविधता के प्रति स्वाभाविक आग्रह रखती है।
पीएम मोदी की गिर अभयारण्य यात्रा न सिर्फ वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता दर्शाती है, बल्कि भारत को पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता की सुरक्षा में एक वैश्विक उदाहरण के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।