पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस की मुलाकात, भारत-अमेरिका व्यापार सहयोग पर चर्चा
भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: पीएम मोदी और जे.डी. वेंस की अहम बैठक
"नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस के बीच हुई मुलाकात को दोनों देशों के लिए रणनीतिक और व्यापारिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है। इस बैठक में भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में हो रही प्रगति पर खास चर्चा हुई, जिसे दोनों पक्षों ने 'महत्वपूर्ण' बताया।"
भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: साझा विकास की दिशा में एक कदम
प्रधानमंत्री मोदी और उपराष्ट्रपति वेंस ने व्यापार समझौते को “दोनों देशों के नागरिकों के कल्याण पर केंद्रित” बताया। इस समझौते के तहत व्यापार बाधाओं को कम करने, शुल्क व्यवस्था में पारदर्शिता और तकनीकी सहयोग को मजबूत करने की दिशा में सहमति बनी।
मुख्य पहलू जिन पर चर्चा हुई:
- द्विपक्षीय व्यापार बाधाओं को खत्म करना
- कृषि और तकनीकी उत्पादों के आदान-प्रदान
- डिजिटल व्यापार और डेटा सुरक्षा
- ऊर्जा और हरित प्रौद्योगिकियों में सहयोग
रणनीतिक क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग
बैठक में सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि ऊर्जा, रक्षा, और रणनीतिक प्रौद्योगिकी जैसे अहम क्षेत्रों में भी सहयोग को लेकर समीक्षा की गई। यह सहयोग इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में दोनों देशों की भूमिका को और प्रभावी बना सकता है।
सहयोग के क्षेत्र:
- ऊर्जा सुरक्षा और हरित ऊर्जा साझेदारी
- साइबर सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- रक्षा उत्पादन और संयुक्त अभ्यास
- वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला सुदृढ़ीकरण
वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी और उपराष्ट्रपति वेंस ने साझा रूप से यह माना कि वैश्विक संकटों का समाधान कूटनीति और संवाद के माध्यम से ही संभव है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रीय तनाव, जलवायु परिवर्तन, और वैश्विक आर्थिक मंदी जैसे मुद्दों पर विचार साझा किए।
डोनाल्ड ट्रंप और MAGA-दृष्टिकोण का ज़िक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर जनवरी में वाशिंगटन डीसी की अपनी यात्रा का भी उल्लेख किया। उस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ “MAGA” (Make America Great Again) और “विकसित भारत 2047” के साझा दृष्टिकोण पर चर्चा की थी।
उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दोहराया और कहा कि वे उनकी प्रस्तावित भारत यात्रा की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
वेंस परिवार की भारत यात्रा: एक सामरिक और सांस्कृतिक मिशन
उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस के साथ उनकी पत्नी उषा वेंस, बच्चे और अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भारत दौरे पर हैं। यह यात्रा सिर्फ औपचारिक नहीं बल्कि रणनीतिक और पारिवारिक मूल्यों से जुड़ी हुई प्रतीत होती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने वेंस परिवार को भारत में सुखद प्रवास की शुभकामनाएं दीं और अमेरिकी प्रशासन के साथ सहयोग को और आगे बढ़ाने की बात कही।
टैरिफ मुद्दों पर वार्ता और समाधान की कोशिशें
हाल ही में अमेरिका ने कई देशों पर, जिनमें भारत भी शामिल है, टैरिफ बढ़ाए थे। हालांकि, बातचीत के लिए स्थान बनाते हुए अमेरिका ने इन टैरिफ को अस्थायी रूप से 90 दिनों के लिए घटाकर 10% कर दिया है।
बैठक के दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई और पारस्परिक व्यापार हितों को ध्यान में रखते हुए समाधान की कोशिशों का समर्थन किया गया।
उच्चस्तरीय यात्रा और भारत-अमेरिका संबंधों की दिशा
जे.डी. वेंस की यह भारत यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है। वे पिछले 13 वर्षों में भारत आने वाले पहले अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं। इससे पहले 2013 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति जो बाइडेन भारत दौरे पर आए थे।
इस यात्रा से यह संकेत मिलता है कि भारत और अमेरिका के संबंध नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहे हैं और दोनों देश वैश्विक स्थिरता में भागीदार बनते जा रहे हैं।
यात्रा कार्यक्रम और आगामी योजनाएं
उपराष्ट्रपति वेंस 4 दिवसीय भारत दौरे पर हैं। वे नई दिल्ली, जयपुर, और आगरा का भ्रमण करेंगे। उनकी वापसी 24 अप्रैल को वॉशिंगटन के लिए निर्धारित है।
इस दौरान वे भारत की सांस्कृतिक विरासत, औद्योगिक नीति, और रणनीतिक पहल को करीब से जानेंगे।
साझेदारी का नया अध्याय
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस की मुलाकात भारत-अमेरिका संबंधों में नवीन ऊर्जा और स्पष्ट दिशा प्रदान करती है। भारत-अमेरिका व्यापार समझौता, रक्षा और तकनीक सहयोग, वैश्विक मुद्दों पर संवाद—इन सभी क्षेत्रों में यह वार्ता एक मजबूत आधार प्रदान करती है।
यह मुलाकात सिर्फ दो नेताओं की नहीं, बल्कि दो लोकतांत्रिक शक्तियों के साझा भविष्य की दिशा में एक ठोस कदम है।