प्रधानमंत्री मोदी को मॉरीशस में उच्च सम्मान: भारत-मॉरीशस संबंधों की नई ऊंचाई
“मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया। इस सम्मान को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सिर्फ उनका नहीं, बल्कि 1.4 अरब भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और मॉरीशस के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है।“
भारत और मॉरीशस के ऐतिहासिक संबंध
भारत और मॉरीशस के बीच संबंध केवल राजनीतिक या कूटनीतिक स्तर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पारिवारिक रूप से भी गहरे जुड़े हुए हैं। दोनों देशों के बीच:
- भाषा, परंपराएं और सांस्कृतिक मूल्य समान हैं।
- भारतीय प्रवासियों की पीढ़ियों ने मॉरीशस को अपना घर बनाया और आज भी वे भारतीय संस्कृति से जुड़े हुए हैं।
- भारत ने मॉरीशस के विकास में निरंतर योगदान दिया है, जिसमें बुनियादी ढांचे, शिक्षा और तकनीकी सहयोग शामिल हैं।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को क्यों सम्मानित किया?
मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन चंद्र रामगुलाम ने एक सामुदायिक कार्यक्रम में घोषणा की थी कि प्रधानमंत्री मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मान के वास्तविक अधिकारी हैं।
सम्मान के पीछे के प्रमुख कारण:
- भारत-मॉरीशस के कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करना।
- विकासशील देशों के लिए भारत की प्रतिबद्धता को बढ़ावा देना।
- हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सकारात्मक भूमिका को मान्यता देना।
- साझा सांस्कृतिक धरोहर को मजबूत करने के लिए भारत का योगदान।
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया और भारत की प्रतिबद्धता
सम्मान ग्रहण करते हुए पीएम मोदी ने मॉरीशस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि:
“यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि 1.4 अरब भारतीयों का भी है। यह हमारे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रमाण है। हम मॉरीशस के साथ रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत और मॉरीशस के बीच संबंध केवल भौगोलिक नहीं, बल्कि भावनात्मक भी हैं।
भारत सरकार की ओर से ओसीआई कार्ड की भेंट
इसी समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस के राष्ट्रपति और उनकी पत्नी मीना को ‘ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया’ (OCI) कार्ड प्रदान किया। यह कार्ड भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों को भारत में वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करता है।
OCI कार्ड के फायदे:
- भारत आने-जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं होती।
- भारत में अचल संपत्ति खरीदने का अधिकार।
- शिक्षा और व्यवसाय में अवसरों की उपलब्धता।
- भारत और विदेश में सांस्कृतिक जुड़ाव को प्रोत्साहित करना।
भारत-मॉरीशस संबंधों में नया अध्याय
भारत और मॉरीशस के बीच संबंध सदियों पुराने हैं और यह सम्मान उस ऐतिहासिक रिश्ते को और मजबूत करता है।
भारत ने मॉरीशस के विकास में कैसे योगदान दिया?
- बुनियादी ढांचे का निर्माण – भारत ने मॉरीशस में सड़क, पुल और सरकारी भवनों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- शिक्षा और स्वास्थ्य सहयोग – भारत से हर साल कई छात्र मॉरीशस में पढ़ने जाते हैं, और दोनों देशों के बीच मेडिकल सुविधाओं में सहयोग बढ़ा है।
- डिजिटल इंडिया पहल – भारत ने मॉरीशस में डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाने में सहायता की है।
- सुरक्षा और रक्षा सहयोग – भारत ने हिंद महासागर क्षेत्र में सामरिक सहयोग और सुरक्षा सहायता प्रदान की है।
भविष्य में भारत-मॉरीशस संबंधों की संभावनाएं
भारत और मॉरीशस के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक साझेदारी को और मजबूत करने की योजना बनाई जा रही है।
भविष्य की योजनाएं:
- व्यापार और निवेश में वृद्धि।
- डिजिटल और टेक्नोलॉजी में सहयोग।
- सुरक्षा और रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाना।
- पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉरीशस में सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजे जाने से भारत और मॉरीशस के बीच सदियों पुराने संबंधों की मजबूती का प्रमाण मिलता है। यह केवल एक कूटनीतिक सफलता नहीं, बल्कि संस्कृति, इतिहास और साझा मूल्यों का सम्मान भी है।
भारत और मॉरीशस भविष्य में अपने संबंधों को और मजबूत करेंगे, जिससे न केवल दोनों देशों को, बल्कि पूरे हिंद महासागर क्षेत्र को लाभ होगा।