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पीएम मोदी की मॉरीशस यात्रा: गंगा तालाब के दर्शन और राष्ट्रीय दिवस समारोह में सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मॉरीशस यात्रा के दौरान पवित्र गंगा तालाब के दर्शन किए और इसे एक भावनात्मक अनुभव बताया। उन्होंने इस अवसर पर त्रिवेणी संगम से लाए गए पवित्र जल का विसर्जन भी किया। यह स्थान हिंद महासागर द्वीपसमूह का सबसे पवित्र हिंदू तीर्थ स्थल माना जाता है।

गंगा तालाब के दर्शन पर पीएम मोदी का अनुभव

पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया:

“मॉरीशस में पवित्र गंगा तालाब के दर्शन कर भावविभोर हो गया। इसकी पावन जलधारा के किनारे दोनों देशों के बीच के आध्यात्मिक संबंधों को आसानी से महसूस किया जा सकता है। यह सीमाओं से परे है और हमारी कई पीढ़ियों को उनकी जड़ों से जोड़ता है।”

गंगा तालाब का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व

  • गंगा तालाब, जिसे ग्रैंड बेसिन के नाम से भी जाना जाता है, एक क्रेटर झील है, जो समुद्र तल से लगभग 550 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
  • यह सावेन के पहाड़ी दक्षिण-पश्चिमी जिले में स्थित है, जिसके किनारे पर हिंदू मंदिर भी बने हुए हैं
  • 1897 में एक हिंदू पुजारी ने इस पवित्र स्थल की खोज की थी
  • 1970 के दशक में भारत से गंगा का पवित्र जल लाकर इस झील में डाला गया, जिससे इसका नाम ‘गंगा तालाब’ पड़ा।

मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में पीएम मोदी को सर्वोच्च सम्मान

पीएम मोदी मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। यह दूसरी बार है जब उन्होंने इस समारोह में भाग लिया। इससे पहले 2015 में भी वे इस विशेष अवसर पर मौजूद रहे थे

पीएम मोदी को मॉरीशस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

समारोह के दौरान, पीएम मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया। इस सम्मान के साथ मॉरीशस ने भारत और मॉरीशस के बीच घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाया।

पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा:

“मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मॉरीशस के लोगों को निरंतर समृद्धि और सफलता की शुभकामनाएं देता हूं, साथ ही हम अपने देशों के बीच गहरे संबंधों को भी मजबूत करते हैं।”

भारत-मॉरीशस के बीच मजबूत कूटनीतिक और सांस्कृतिक संबंध

भारत और मॉरीशस के बीच संबंध सिर्फ राजनीतिक और कूटनीतिक नहीं हैं, बल्कि यह गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक जड़ों से भी जुड़े हुए हैं।

भारत-मॉरीशस संबंधों के महत्वपूर्ण पहलू:

  1. भारत मॉरीशस में संसद भवन के निर्माण में सहयोग कर रहा है।
  2. हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के लिए साझेदारी।
  3. व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर।
  4. भारतीय मूल के लोगों के लिए विशेष ओसीआई कार्ड की सुविधा।

मॉरीशस यात्रा के प्रमुख बिंदु

1. गंगा तालाब की यात्रा:

  • पीएम मोदी ने पवित्र गंगा तालाब में पूजा-अर्चना की।
  • प्रयागराज के त्रिवेणी संगम से लाए गए पवित्र जल का विसर्जन किया।
  • इसे भारत और मॉरीशस के बीच आध्यात्मिक संबंधों का प्रतीक बताया।

2. राष्ट्रीय दिवस समारोह में भागीदारी:

  • मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में दूसरी बार मुख्य अतिथि बने।
  • मॉरीशस के लोगों को शुभकामनाएं दीं।
  • भारत-मॉरीशस की मित्रता को और मजबूत करने पर जोर दिया।

3. मॉरीशस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त किया:

  • भारत और मॉरीशस के रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की प्रतिबद्धता जताई।
  • दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ाने का संकल्प लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मॉरीशस यात्रा भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम रही। गंगा तालाब के दर्शन और राष्ट्रीय दिवस समारोह में भागीदारी से दोनों देशों के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंधों को और गहरा किया गया

भारत और मॉरीशस के बीच सहयोग केवल वर्तमान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भविष्य में और अधिक मजबूत होगा, जिससे हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा, विकास और आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा।

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