पीएम मोदी ने भारतीय सिनेमा के सितारों को सराहा, कहा- इन्होंने दी भारत को वैश्विक पहचान
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 117वें एपिसोड में भारतीय सिनेमा के दिग्गजों को याद किया और बस्तर ओलंपिक की सराहना की। उन्होंने राज कपूर, मोहम्मद रफी, तपन सिन्हा और अक्किनेनी नागेश्वर राव जैसे दिग्गजों के योगदान को भारतीय सिनेमा के लिए प्रेरणादायक बताया।”
राज कपूर ने बढ़ाई भारत की सॉफ्ट पावर: प्रधानमंत्री मोदी ने राज कपूर के योगदान की सराहना करते हुए कहा, “राज कपूर जी ने अपनी फिल्मों के जरिए दुनिया को भारत की सॉफ्ट पावर से परिचित कराया। उनकी फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।”
मोहम्मद रफी की आवाज का जादू: पीएम मोदी ने मोहम्मद रफी का जिक्र करते हुए कहा, “रफी साहब की आवाज में वह जादू था, जो हर दिल को छू जाता था। उनकी भक्ति गीतों से लेकर रोमांटिक गानों तक, हर भावना को जीवंत कर देने की कला आज भी युवाओं को आकर्षित करती है।”
तपन सिन्हा और नागेश्वर राव का योगदान: प्रधानमंत्री ने कहा, “तपन सिन्हा जी की फिल्मों ने समाज को एक नया नजरिया दिया। उनकी फिल्मों में सामाजिक चेतना और राष्ट्रीय एकता का संदेश दिखता है। वहीं, अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू ने तेलुगु सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और भारतीय परंपराओं को फिल्मों के जरिए अद्भुत ढंग से प्रस्तुत किया।”
तमिल भाषा पर गर्व: पीएम मोदी ने तमिल भाषा को दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा बताते हुए कहा, “तमिल भाषा पर हर भारतीय को गर्व है। दुनियाभर में इसे सीखने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। फिजी में तमिल शिक्षण कार्यक्रम का आरंभ इस भाषा की वैश्विक पहचान को और मजबूत करेगा।”
बस्तर ओलंपिक का जिक्र: प्रधानमंत्री ने बस्तर ओलंपिक के बारे में बात करते हुए कहा, “यह ओलंपिक न केवल खेलों का महोत्सव है, बल्कि बस्तर की समृद्ध संस्कृति और परंपरा को भी दर्शाता है। यह क्षेत्र, जो कभी माओवादी हिंसा का गवाह रहा है, अब शांति और विकास की ओर बढ़ रहा है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में भारतीय सिनेमा की महान हस्तियों और बस्तर की अनूठी पहल को सराहा। यह कार्यक्रम न केवल प्रेरणा देता है, बल्कि देश की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करता है।