राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का 67वां जन्मदिन: देहरादून में राष्ट्रपति निकेतन और उद्यान का उद्घाटन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 20 जून को अपने 67वें जन्मदिन पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में राष्ट्रपति निकेतन का दौरा करेंगी। इस ऐतिहासिक दौरे के दौरान, राष्ट्रपति मुर्मु राष्ट्रपति निकेतन को आम जनता के लिए खोलने की तैयारियों की समीक्षा करेंगी। यह राष्ट्रपति भवन का विश्रामगृह अब 24 जून से आम लोगों के लिए खोला जाएगा, और यह कदम नागरिकों को राष्ट्रपति भवन की विरासत से जोड़ने की एक महत्वपूर्ण पहल है।
एक ऐतिहासिक स्थल-राष्ट्रपति निकेतन
राष्ट्रपति निकेतन, जिसे पहले राष्ट्रपति आशियाना कहा जाता था, 186 वर्ष पुराना है और यह 21 एकड़ में फैला हुआ है। पहले यह इमारत राष्ट्रपति अंगरक्षक के घोड़ों के प्रशिक्षण के लिए उपयोग की जाती थी, लेकिन अब इसे एक विरासत संग्रहालय में बदला गया है, जहां विभिन्न कला कृतियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा, यह ऐतिहासिक स्थल राष्ट्रपति भवन और उसकी विरासत को नागरिकों के बीच साझा करने के लिए खोला जा रहा है।
एक पारिस्थितिकीय पार्क-राष्ट्रपति उद्यान
राष्ट्रपति मुर्मु इस यात्रा के दौरान एक और बड़ी परियोजना ‘राष्ट्रपति उद्यान’ की आधारशिला भी रखेंगी। यह 132 एकड़ में फैला एक पारिस्थितिकीय पार्क होगा, जो पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। इस पार्क में थीमैटिक गार्डन, तितली उद्यान, एक सुंदर झील, पक्षी विहार, बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, स्पोर्ट्स जोन, साइक्लिंग और जॉगिंग ट्रैक, जल संरक्षण प्रणाली और आउटडोर लर्निंग इंस्टॉलेशन होंगे।
राष्ट्रपति उद्यान को एक “लिविंग क्लासरूम” के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे पर्यावरणीय जागरूकता, प्रकृति से जुड़ाव और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा मिलेगा।
प्रकृति के बीच शांति-राष्ट्रपति तपोवन
इसके साथ ही, आम जनता को राष्ट्रपति तपोवन का दौरा करने का अवसर भी मिलेगा, जो राजपुर रोड पर स्थित एक घना जंगल क्षेत्र है। यहां देशी पेड़ों की हरियाली, टेढ़ी-मेढ़ी पगडंडियां, लकड़ी के पुल, पक्षी देखने के लिए मचान और ध्यान-चिंतन के लिए शांत स्थान शामिल हैं। यह क्षेत्र प्रकृति से गहरे जुड़ाव को प्रोत्साहित करता है और मानसिक शांति के लिए आदर्श स्थान है।
राष्ट्रपति निकेतन के दर्शनीय स्थल
राष्ट्रपति निकेतन में आने वाले दर्शक कई खूबसूरत और ऐतिहासिक स्थानों का दौरा कर सकेंगे, जैसे:
- राष्ट्रपति अंगरक्षक के अस्तबल
- घोड़े
- लिली पॉन्ड
- रॉकरी पॉन्ड
- रोज गार्डन
- पर्गोला
इन स्थलों का दौरा करते हुए नागरिक राष्ट्रपति भवन की ऐतिहासिक धरोहर और उसकी सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्वता को महसूस कर सकेंगे।
राष्ट्रपति भवन और अन्य राष्ट्रपति निवास
यह उल्लेखनीय है कि 2023 से ही राष्ट्रपति भवन, हैदराबाद स्थित राष्ट्रपति निलयम और शिमला के पास माशोबरा स्थित राष्ट्रपति निवास सप्ताह में 6 दिन आम जनता के लिए खोले जा चुके हैं। इसके अलावा, फरवरी से राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह भी नए स्वरूप और अधिक बैठने की क्षमता के साथ शुरू किया गया है।
नागरिकों को राष्ट्रपति भवन की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना
राष्ट्रपति मुर्मु की यह पहल भारत के नागरिकों को राष्ट्रपति भवन की सांस्कृतिक, पर्यावरणीय और ऐतिहासिक विरासत से जोड़ने के लिए एक नई दिशा दे रही है। यह न केवल लोकप्रियता और सार्वजनिक सुलभता को बढ़ावा देती है, बल्कि राष्ट्रीय धरोहर और प्राकृतिक संरक्षण के प्रति नागरिकों में जागरूकता भी बढ़ाती है।