राजस्थान सीमा क्षेत्रों में ब्लैकआउट और हाई अलर्ट: सरकार की सुरक्षा तैयारियाँ
“भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण राजस्थान सरकार ने अपने सीमावर्ती जिलों में विशेष सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। राजस्थान ब्लैकआउट हाई अलर्ट की स्थिति के चलते सरकार ने कई अहम फैसले लिए हैं। सभी सरकारी विभागों के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सीमावर्ती जिलों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।“
सीमावर्ती जिलों में लागू हुआ ब्लैकआउट
राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, बीकानेर और माउंट आबू जैसे जिलों में हर रात ब्लैकआउट लागू किया जा रहा है। ब्लैकआउट का समय बाड़मेर और जैसलमेर में रात 9 बजे से सुबह 4 बजे तक तय किया गया है। वहीं जोधपुर में इसे रात 9:30 बजे से सुबह 4 बजे तक लागू किया गया है। पहले यह समय रात 12:30 बजे था, लेकिन एहतियातन इसे पहले कर दिया गया। यह कदम नागरिकों को किसी संभावित हवाई हमले से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।
नागरिकों के लिए दिए गए निर्देश
ब्लैकआउट के दौरान नागरिकों को अनावश्यक आवाजाही से बचने की सलाह दी गई है। घरों की सभी लाइटें बंद रखने और यदि किसी लाइट को बंद नहीं किया जा सकता तो उसे कपड़े से ढकने को कहा गया है। इसके अलावा, बाजारों को जल्दी बंद करने, आतिशबाजी और ड्रोन पर प्रतिबंध लगाने जैसे नियम लागू किए गए हैं।
अफवाहों से बचने की अपील
जिला प्रशासन ने सीमावर्ती गांवों के नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और केवल आधिकारिक घोषणाओं पर विश्वास करें। जानकारी के लिए लाउडस्पीकर, रेडियो, व्हाट्सएप ग्रुप्स और पंचायत संदेशों का सहारा लें।
जरूरी दस्तावेज साथ रखें
सभी नागरिकों से कहा गया है कि वे अपने पहचान पत्र, राशन कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज एक बैग में तैयार रखें, जिससे आवश्यकता पड़ने पर तत्काल बाहर निकला जा सके। नजदीकी सुरक्षित स्थान की जानकारी भी रखनी जरूरी है।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
राजस्थान ब्लैकआउट हाई अलर्ट की स्थिति में चिकित्सा सेवाओं को भी सतर्क कर दिया गया है। सभी डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़ें। चिकित्सा संस्थानों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार किया गया है।
पुलिस और प्रशासन की सतर्कता
पुलिस विभाग ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर, राजस्थान में सतर्कता और अधिक बढ़ा दी गई है। पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि केवल विशेष परिस्थितियों में ही अवकाश दिया जाए, वह भी उच्च अधिकारियों की अनुमति से।
शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रभाव
राज्य के शैक्षणिक संस्थानों पर भी इसका असर पड़ा है। जोधपुर स्थित जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय और मौलाना आजाद विश्वविद्यालय ने परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। सभी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियां अगली सूचना तक बंद रहेंगी।
जिला कलेक्टरों के दिशा-निर्देश
बाड़मेर और जोधपुर के कलेक्टरों ने संयुक्त रूप से सुरक्षा दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनमें बताया गया है कि संकट के समय नागरिकों को क्या करना चाहिए। ब्लैकआउट के दौरान घर के अंदर और बाहर की सभी लाइटें बंद रखने के निर्देश हैं। सायरन की ध्वनि के माध्यम से नागरिकों को चेतावनी दी जाती है – पहला सायरन खतरे की सूचना देता है और दूसरा खतरे के टलने की।
राजस्थान ब्लैकआउट हाई अलर्ट के अंतर्गत राज्य सरकार ने सुरक्षा, चिकित्सा और नागरिक सतर्कता के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं। नागरिकों से अपेक्षा की जाती है कि वे सरकारी निर्देशों का पूरी तरह पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन को सहयोग दें। सीमावर्ती क्षेत्रों में यह सतर्कता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत आवश्यक है।