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पटना हनुमान मंदिर में रामनवमी उत्सव: भक्तों का उमड़ा सैलाब और भव्य आयोजन

रामनवमी के अवसर पर पटना हनुमान मंदिर में आयोजित भव्य पूजा और श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, जहां हर कोई श्रीराम के भव्य उत्सव में शामिल हुआ।

रामनवमी का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है और इस दौरान पटना हनुमान मंदिर एक प्रमुख धार्मिक केंद्र के रूप में उभरा है। इस अवसर पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से मंदिर परिसर गूंज रहा है और भक्त श्रीराम और हनुमान जी के दर्शन के लिए श्रद्धा भाव से जुटे हुए हैं।

पटना हनुमान मंदिर में रामनवमी उत्सव का आगाज

रामनवमी के दिन पटना हनुमान मंदिर का पट आधी रात के बाद करीब 2 बजे खोला गया। इसके बाद से ही भक्त दर्शन के लिए मंदिर में उमड़ पड़े। मंदिर के बाहर लंबी कतारें देखने को मिलीं, जो इस आयोजन की भव्यता को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं। इस साल भी मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा है। पटना हनुमान मंदिर न्यास समिति के सचिव स्वर्गीय आचार्य किशोर कुणाल के पुत्र सायन कुणाल ने बताया कि रामनवमी के मौके पर भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।

श्रद्धालुओं की भीड़ और सुविधाओं का ध्यान

इस साल रामनवमी के लिए मंदिर में विशेष इंतजाम किए गए हैं। 20,000 किलो नैवेद्यम प्रसाद की व्यवस्था की गई है और 2 लाख हनुमान चालीसा मुफ्त में वितरित की जाएंगी। इसके अलावा, भक्तों के गर्मी से बचाव के लिए मंदिर परिसर में टेंट लगाए गए हैं। सायन कुणाल ने बताया, “अगर कोई भक्त डिहाइड्रेशन या अन्य किसी परेशानी का शिकार होता है, तो उसके लिए एम्बुलेंस और डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। हमारा उद्देश्य है कि किसी भक्त को असुविधा न हो।” मंदिर में भक्तों की भीड़ इतनी ज्यादा है कि यह मंदिर से 2 किलोमीटर तक फैली हुई है।

श्रद्धालु रामनवमी के महत्व को समझते हुए पहुंचे

रामनवमी के दिन मंदिर में पहुंचे श्रद्धालु पूरी श्रद्धा और उमंग के साथ दर्शन कर रहे थे। पटना की ममता झा ने कहा, “हम श्रीराम के इस पवित्र उत्सव को मनाने के लिए यहां आए हैं। इस दिन हनुमान जी के दर्शन का विशेष महत्व है। हम आचार्य किशोर कुणाल जी को बहुत मिस कर रहे हैं, जिन्होंने इस मंदिर को नई पहचान दी।” ममता की तरह कई अन्य श्रद्धालु भी मंदिर में हनुमान जी की पूजा-अर्चना कर रहे थे।

मंदिर में भक्ति का अद्भुत संगम

रामनवमी के अवसर पर पटना हनुमान मंदिर में भक्ति का अनोखा संगम देखने को मिला। मंदिर परिसर में भजनों और मंत्रोच्चार की गूंज के बीच श्रद्धालु दर्शन और पूजा में लीन थे। एक ओर जहां मंदिर प्रशासन ने भक्तों की भीड़ को संभालने के लिए सख्त सुरक्षा इंतजाम किए, वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे, ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो।

मंदिर में अब तक हुए दर्शन

मंदिर प्रशासन के अनुसार, शनिवार सुबह 11 बजे तक लगभग 40,000 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। इस दौरान मंदिर के आसपास का माहौल भक्तिमय था और हर भक्त में श्रीराम के प्रति अपार श्रद्धा और प्रेम दिख रहा था। रामनवमी के इस दिन मंदिर में श्रद्धालुओं का एक अद्भुत उत्साह था, जो इस धार्मिक अवसर की महिमा को और बढ़ा रहा था।

रामनवमी के पर्व का महत्व

रामनवमी का पर्व हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन श्रीराम के जन्म का प्रतीक है और इस दिन भक्त भगवान राम के जीवन के आदर्शों और उनके विचारों को अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं। पटना हनुमान मंदिर में यह पर्व विशेष रूप से श्रद्धालुओं के लिए अद्वितीय महत्व रखता है, क्योंकि यहां हनुमान जी की पूजा होती है, जो भगवान राम के परम भक्त माने जाते हैं।

मंदिर की व्यवस्थाएं और भक्तों के अनुभव

पटना हनुमान मंदिर में इस बार रामनवमी के अवसर पर भक्तों के लिए कई विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। 20,000 किलो प्रसाद और 2 लाख हनुमान चालीसा के वितरण ने भक्तों को बहुत राहत दी। इसके अलावा, डॉक्टरों की टीम और एम्बुलेंस की तैनाती से किसी भी स्वास्थ्य समस्या का समाधान तुरंत किया गया। गर्मी के मद्देनजर ठंडे पानी और शीतलन की व्यवस्था भी की गई थी, जिससे भक्तों को राहत मिली।

सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर ध्यान

मंदिर प्रशासन ने इस वर्ष रामनवमी पर भक्तों की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए कई पुख्ता इंतजाम किए। मंदिर के चारों ओर पुलिस बल और सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधा और सुरक्षा देने का वादा किया था, और उन्होंने उसे सही रूप से लागू किया।

रामनवमी के अवसर पर पटना हनुमान मंदिर में हुई भव्य पूजा और भक्तों की उमड़ी भीड़ ने यह साबित कर दिया कि यह मंदिर केवल धार्मिक नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक केंद्र भी है, जहां हर भक्त श्रीराम और हनुमान जी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करता है। इस दिन की भव्यता और श्रद्धा से पटना हनुमान मंदिर ने एक बार फिर अपने धार्मिक महत्व को उजागर किया। इस आयोजन के जरिए यह भी दिखता है कि रामनवमी जैसे पावन पर्व पर भारतीय समाज की एकता, संस्कृति और श्रद्धा का अद्वितीय संगम है।

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