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खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में SAI गांधीनगर के पैरा पावरलिफ्टर्स का ऐतिहासिक प्रदर्शन, तोड़े 4 राष्ट्रीय रिकॉर्ड

खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के गांधीनगर स्थित नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (NCOE) के पैरा पावरलिफ्टर्स ने ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने देशभर में खिलाड़ियों और खेलप्रेमियों को गर्व से भर दिया। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम परिसर में आयोजित इस प्रतियोगिता में SAI गांधीनगर के खिलाड़ियों ने 10 पदक अपने नाम किए, जिनमें 7 स्वर्ण और 3 रजत शामिल हैं।

सबसे बड़ी बात यह रही कि इनमें से 4 एथलीटों ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़े, जो उन्होंने सिर्फ एक हफ्ते पहले नोएडा में आयोजित नेशनल चैंपियनशिप में बनाए थे। यह उपलब्धि न सिर्फ उनके खेल कौशल को दर्शाती है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और लगन का प्रमाण भी है।

रिकॉर्ड तोड़ने वाले सितारे

SAI गांधीनगर के इन चार खिलाड़ियों ने न केवल स्वर्ण पदक जीते, बल्कि अपने ही बनाए रिकॉर्ड्स को भी पीछे छोड़ दिया:

  • झंडू कुमार (पुरुष 72 किग्रा)
  • जसप्रीत कौर (महिला 45 किग्रा)
  • सीमा रानी (महिला 61 किग्रा)
  • मनीष कुमार (पुरुष 54 किग्रा)

ये सभी एथलीट हाल ही में हुई नेशनल चैंपियनशिप में भी पदक जीत चुके हैं और वहां भी रिकॉर्ड बनाए थे, जिन्हें अब खेलो इंडिया पैरा गेम्स में फिर से तोड़ा गया।

SAI गांधीनगर का कुल प्रदर्शन

खिलाड़ियों द्वारा जीते गए 10 पदकों का संक्षिप्त विवरण:

स्वर्ण पदक विजेता:

  • झंडू कुमार (72 किग्रा)
  • जसप्रीत कौर (45 किग्रा)
  • सीमा रानी (61 किग्रा)
  • मनीष कुमार (54 किग्रा)
  • गुलफाम अहमद (59 किग्रा)
  • संदेशा बीजी (80 किग्रा)
  • परमजीत कुमार (49 किग्रा)

रजत पदक विजेता:

  • शिव कुमार (49 किग्रा)
  • रामुभाई बाबुभाई (72 किग्रा)
  • राहुल जोगराजिया (88 किग्रा)

कोच रजिंदर सिंह रहेलू की भूमिका

SAI गांधीनगर के मुख्य पावरलिफ्टिंग कोच, पैरा ओलंपिक 2004 के कांस्य पदक विजेता रजिंदर सिंह रहेलू ने इस उपलब्धि को खिलाड़ियों के आत्मविश्वास की जीत बताया। उन्होंने कहा:

“खेलो इंडिया गेम्स से पहले हमने नेशनल चैंपियनशिप में 12 पदक जीते थे और 3 राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए थे। इस बार 10 पदक और 4 नए रिकॉर्ड। यानी सिर्फ एक हफ्ते में हमने 7 राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़े। अब हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों को लेकर आत्मविश्वास से भर चुके हैं।”

उनकी कोचिंग और मार्गदर्शन ने SAI गांधीनगर को देश का प्रमुख पैरा पावरलिफ्टिंग ट्रेनिंग सेंटर बना दिया है।

SAI गांधीनगर की सफलता की कहानी

SAI गांधीनगर को 2019 में नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (NCOE) का दर्जा मिला। कोच रहेलू ने बताया कि जब उन्होंने 2016 में सेंटर जॉइन किया, तब यहां केवल एक आधुनिक फिटनेस सेंटर था। आज यहां:

  • विश्वस्तरीय पावरलिफ्टिंग हॉल
  • एयर कंडीशनिंग सुविधा
  • इंटरनेशनल क्वालिटी के एलीको पावरलिफ्टिंग सेट्स
  • आधुनिक रिकवरी सुविधाएं

उपलब्ध हैं। यह बदलाव खिलाड़ियों के प्रदर्शन में साफ झलकता है।

अगला लक्ष्य: विश्व चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स

SAI गांधीनगर के पैरा पावरलिफ्टर्स का अगला बड़ा लक्ष्य है:

  • अक्टूबर 2025 में मिस्र में होने वाली विश्व चैंपियनशिप
  • 2026 में होने वाले कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स

कोच रहेलू को भरोसा है कि इन प्रतियोगिताओं में भारत के लिए कम से कम 3 से 4 पदक उनके सेंटर के खिलाड़ी लेकर आएंगे।

परमजीत कुमार, जो पहले ही विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए पदक जीत चुके हैं, SAI गांधीनगर के ही एथलीट हैं। रहेलू को उम्मीद है कि भविष्य के पैरा ओलंपिक पदक विजेता भी यहीं से निकलेंगे।

खेलो इंडिया पैरा गेम्स: एक नई पहल

खेलो इंडिया पैरा गेम्स, खेलो इंडिया मिशन का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य दिव्यांग खिलाड़ियों को भी प्रतिस्पर्धा का मंच और समान अवसर देना है। इसका पहला संस्करण दिसंबर 2023 में हुआ था, जिसमें 7 खेलों में प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं।

2025 का संस्करण दिखाता है कि यह मिशन अब नई ऊंचाइयों को छू रहा है और भारत में समावेशी खेल संस्कृति को मजबूती दे रहा है।

SAI गांधीनगर के पैरा पावरलिफ्टर्स ने सिर्फ पदक नहीं जीते, उन्होंने देश के लिए गर्व और उम्मीदों की नई कहानी लिखी है। उनकी मेहनत, समर्पण और विश्वास, आने वाले समय में भारत को पैरा खेलों की वैश्विक ताकत बना सकता है।

खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 इस बात का प्रमाण हैं कि भारत अब सिर्फ देखने वाला नहीं, दुनिया को चौंकाने वाला देश बन चुका है – खासकर तब जब बात पैरा एथलीट्स की हो।

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