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सिंदूर का पौधा: परंपरा, शक्ति और पर्यावरण का प्रतीक

5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास के बगीचे में सिंदूर का पौधा रोपित किया। यह कार्य न केवल पर्यावरण चेतना का संदेश था, बल्कि एक गहरे सांस्कृतिक और प्रतीकात्मक अर्थ को भी दर्शाता है। प्रधानमंत्री को यह पौधा गुजरात दौरे के दौरान 1971 युद्ध में साहस दिखाने वाली महिलाओं के समूह ने भेंट किया था।

सिंदूर का पौधा: परंपरा और प्रकृति का मिलन

क्या है सिंदूर का पौधा?

सिंदूर का पौधा, जिसे बिक्सा ओरेलाना (Bixa Orellana) कहा जाता है, एक उष्णकटिबंधीय झाड़ी है जो गुच्छों में फल देती है। इन फलों में लाल रंग के बीज होते हैं, जिन्हें दबाने पर गाढ़ा लाल रंग निकलता है। यही रंग पारंपरिक सिंदूर के रूप में उपयोग किया जाता है।

सिंदूर का पौधा और भारतीय संस्कृति

शृंगार और शक्ति का प्रतीक

भारत में सिंदूर को विवाहित स्त्रियों के शृंगार का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। परंपरागत रूप से, यह स्त्री की संपूर्णता और सौभाग्य का प्रतीक होता है।

नारीशक्ति और साहस का प्रतीक

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लगाए गए सिंदूर के पौधे को 1971 के युद्ध में वीरता दिखाने वाली महिलाओं से जोड़कर देखा जा रहा है। यह न केवल पर्यावरण की रक्षा का संदेश है, बल्कि महिलाओं की शक्ति और प्रेरणा का प्रतीक भी बन गया है।

बिक्सा ओरेलाना: सिंदूर का प्राकृतिक स्रोत

कैसे बनता है प्राकृतिक सिंदूर?

  • इस पौधे के फल हरे रंग के होते हैं, पकने पर लाल हो जाते हैं
  • जब फल फटते हैं, तो इनमें से छोटे-छोटे लाल बीज निकलते हैं।
  • इन बीजों को पीसकर या सुखाकर प्राकृतिक सिंदूर तैयार किया जाता है।

अन्य उपयोग

  • खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रंग के रूप में
  • लाल स्याही और लिपस्टिक निर्माण में
  • आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी इसका उपयोग होता है।

सिंदूर का पौधा: घर में लगाना क्यों है शुभ

वास्तु और ज्योतिष में महत्व

  • सिंदूर का पौधा नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने वाला माना गया है।
  • इसे वास्तु दोष निवारण के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है।
  • सावन माह में इसे लगाने से संपत्ति और समृद्धि आती है।

घर या गमले में कैसे लगाएं?

  • यह पौधा 25 से 30 फुट तक बढ़ सकता है, अगर बगीचे में लगाया जाए।
  • गमले में लगाने से इसकी ऊंचाई नियंत्रित रहती है।
  • सिंदूर का पौधा धूप में जल्दी पनपता है, इसलिए इसे खुले स्थान पर लगाना चाहिए।

इतिहास और उत्पत्ति

क्या सिंदूर का पौधा भारत में उत्पन्न हुआ?

ऐतिहासिक दृष्टिकोण से देखें तो:

  • भारतीय पुरातात्विक स्थलों में 5,000 वर्ष पुराने चित्रों में महिलाओं को सिंदूर लगाए दिखाया गया है।
  • हालांकि, बोटैनिकल जानकारी के अनुसार यह पौधा मध्य और दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है।

भारत में कैसे फैला?

संभवतः यह पौधा व्यापारिक मार्गों के माध्यम से भारत आया और यहां की जलवायु में पनपने लगा। अब यह भारत के कई उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जाता है।

सिंदूर का पौधा और आयुर्वेद

स्वास्थ्य लाभ

  • आयुर्वेद के अनुसार सिंदूर में रक्त शुद्धि, त्वचा रोग निवारण, और ऊर्जा संचार के गुण पाए जाते हैं।
  • इस पौधे के बीज एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।

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