टीआरएआई ने सुरक्षित मैसेजिंग के लिए एसएमएस ट्रेसिंग में बड़ी सफलता पाई
“भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (टीआरएआई) ने सुरक्षित मैसेजिंग को सुनिश्चित करने के लिए एसएमएस ट्रेसिंग की क्षमता में मील का पत्थर हासिल किया है। इस कदम का उद्देश्य स्पैम मैसेज और फ्रॉडulent मैसेजिंग पर रोक लगाना और उपभोक्ताओं को सुरक्षित संचार सुविधा उपलब्ध कराना है।”
टीआरएआई का उद्देश्य
टीआरएआई ने बताया कि नई तकनीक के माध्यम से एसएमएस के स्रोत को आसानी से ट्रेस किया जा सकेगा। इससे फर्जी मैसेजिंग और उपभोक्ता धोखाधड़ी को कम करने में मदद मिलेगी।
मुख्य उपलब्धियां:
- स्रोत का पता लगाना: एसएमएस के माध्यम से आने वाले अनचाहे या संदिग्ध मैसेज को ट्रेस कर उसके मूल स्रोत का पता लगाया जा सकेगा।
- स्पैम पर नियंत्रण: नए सिस्टम से स्पैम और फिशिंग जैसे मैसेजों पर रोक लगाने में सहायता मिलेगी।
- उपभोक्ता सुरक्षा: इससे उपभोक्ताओं को सुरक्षित और भरोसेमंद संचार सेवाएं मिलेंगी।
टीआरएआई की नई पहल
टीआरएआई ने दूरसंचार कंपनियों के साथ मिलकर एक ऐसा सिस्टम विकसित किया है जो एसएमएस ट्रेसिंग को तेज, सटीक और प्रभावी बनाता है। यह तकनीकी सुधार देश में डिजिटल संचार सुरक्षा को और मजबूत करेगा।
एसएमएस फ्रॉड की चुनौती
हाल के वर्षों में एसएमएस फ्रॉड और स्पैम मैसेजिंग एक बड़ी समस्या बन चुकी है। फर्जी संदेशों के जरिए उपभोक्ताओं को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। टीआरएआई का यह कदम इस चुनौती का समाधान करने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
टीआरएआई की यह उपलब्धि सुरक्षित संचार के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है। एसएमएस ट्रेसिंग की क्षमता से स्पैम और फिशिंग मैसेज पर रोक लगेगी और उपभोक्ताओं का भरोसा मजबूत होगा।