TTD के नए अध्यक्ष का बड़ा बयान: ‘तिरुमला में सभी कर्मचारी हिंदू होने चाहिए’; ओवैसी ने दी प्रतिक्रिया
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के नए अध्यक्ष Y.V. Subba Reddy ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि तिरुमला मंदिर में सभी कर्मचारी हिंदू होने चाहिए। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है और विभिन्न प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं।
TTD अध्यक्ष का बयान
TTD के अध्यक्ष Y.V. Subba Reddy ने तिरुमला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “तिरुमला का आस्था केंद्र है, और यहाँ काम करने वाले सभी लोगों का हिंदू होना आवश्यक है।” उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर की परंपरा और संस्कृति को बनाए रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि केवल हिंदू कर्मचारी ही यहाँ सेवा करें।
उनके इस बयान को धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को लेकर एक बड़ा मुद्दा माना जा रहा है। Reddy ने यह भी स्पष्ट किया कि तिरुमला मंदिर में सेवा करने वालों को हिंदू संस्कृति और मान्यताओं का सम्मान करना चाहिए।
ओवैसी की प्रतिक्रिया
इस बयान पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बयानों से समाज में और अधिक विभाजन होगा। ओवैसी ने आरोप लगाया कि यह बयान भारतीय संविधान के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन है।
ओवैसी ने कहा, “भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और हर नागरिक को अपनी धार्मिक मान्यताओं के आधार पर समान अधिकार होने चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को उसकी धार्मिक पहचान के आधार पर रोका जाता है, तो यह लोकतंत्र के खिलाफ है।”
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
TTD अध्यक्ष के बयान पर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में विविध प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। कुछ लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, यह कहते हुए कि तिरुमला एक हिंदू तीर्थ स्थल है और यहाँ पर काम करने वालों का हिंदू होना स्वाभाविक है। वहीं, कई लोग इसे भेदभावपूर्ण मानते हुए आलोचना कर रहे हैं और इसे धार्मिक आधार पर भेदभाव के रूप में देख रहे हैं।