केंद्रीय बजट 2025-26: स्वास्थ्य, शिक्षा और उद्योग क्षेत्र के सुझावों पर निर्मला सीतारमण की बैठक
“केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई दिल्ली में केंद्रीय बजट 2025-26 की तैयारियों के तहत स्वास्थ्य, शिक्षा और उद्योग क्षेत्र के विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों के साथ बजट-पूर्व परामर्श बैठक की। इन बैठकों का उद्देश्य आगामी बजट को सभी क्षेत्रों के लिए प्रभावी और समावेशी बनाना है।”
बैठक में केंद्रीय बजट 2025-26 की तैयारियों के हिस्से के रूप में स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने सीतारमण को कई सुझाव दिए।
- स्वास्थ्य क्षेत्र: बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिवों ने हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर, पब्लिक हेल्थ फंडिंग और डिजिटल हेल्थ सॉल्यूशंस पर फोकस करने के सुझाव दिए।
- शिक्षा क्षेत्र: स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने शिक्षा के डिजिटलीकरण, स्किल डेवलपमेंट और रिसर्च एंड डेवलपमेंट में निवेश बढ़ाने की सिफारिश की।
इससे पहले वित्त मंत्री ने उद्योग प्रतिनिधियों के साथ पांचवीं बजट-पूर्व परामर्श बैठक की। इस बैठक में उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग और आर्थिक मामलों के विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया।
- उद्योग जगत ने विनिर्माण, निर्यात और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए टैक्स सुधार और पॉलिसी सपोर्ट पर जोर दिया।
- निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव ने निवेश को आकर्षित करने और सार्वजनिक संपत्तियों के प्रबंधन पर अपने विचार साझा किए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी वित्त वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट 1 फरवरी, 2025 को संसद में पेश करेंगी। बजट-पूर्व परामर्श बैठकें बजट तैयार करने की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनसे विभिन्न हितधारकों की जरूरतों को समझने और उन्हें बजट में शामिल करने में मदद मिलती है।
केंद्रीय बजट 2025-26 की ये परामर्श बैठकें भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए आवश्यक हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा और उद्योग क्षेत्र के सुझाव बजट को समावेशी और प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह बजट भारत की आर्थिक प्रगति और जनकल्याण के लिए नई दिशा तय करेगा।