तस्करी और ड्रग नेटवर्क के खिलाफ टेक्नोलॉजी आधारित रणनीति जरूरी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
“वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिल्ली में राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के नए मुख्यालय का उद्घाटन करते हुए तस्करी नेटवर्क और मादक पदार्थों के खतरे से निपटने के लिए एक तकनीक-आधारित नीति अपनाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि केवल सतही जांच या जब्ती से तस्करी खत्म नहीं होगी। हमें पूरे नेटवर्क को जड़ से समाप्त करना होगा।“
तस्करी पर सीधी कार्रवाई नहीं, नेटवर्क को तोड़ना होगा
DRI को ठोस परिणाम देने वाली टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ना चाहिए
वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में स्पष्ट कहा कि:
“अगर आप सिर्फ छोटी मछलियां पकड़ते हैं, तो यह पर्याप्त नहीं है। असली परिणाम तभी आएंगे जब आप तस्करी की पूरी चेन को तोड़ने में सफल होंगे।”
यह वक्तव्य यह दर्शाता है कि केंद्र सरकार अब पारंपरिक तरीकों की बजाय डेटा-चालित और खुफिया-संचालित प्रणाली को अपनाने पर विचार कर रही है।
‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ मंत्र पर आगे बढ़ती एजेंसियाँ
ड्रग्स को बताया सबसे गंभीर राष्ट्रीय खतरा
सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘Reform, Perform, Transform’ मंत्र को आगे बढ़ाते हुए मादक पदार्थों की समस्या को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने चेताया कि ड्रग माफिया अब स्कूल और कॉलेज जैसे संवेदनशील स्थलों को निशाना बना रहे हैं।
राज्यों से बेहतर समन्वय की अपील
उन्होंने राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसियों से तुरंत समन्वय स्थापित करने और शिक्षण संस्थानों को सुरक्षित बनाने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।
AI और डेटा एनालिटिक्स: भविष्य की प्रवर्तन प्रणाली का आधार
AI पर गंभीर नज़रिया अपनाने की ज़रूरत
सीतारमण ने कहा कि:
“AI पर काफी बातें हो चुकीं, अब मुझे वास्तविक, ठोस परिणाम चाहिए। टेक्नोलॉजी को सिर्फ नाम के लिए नहीं, असरदार तरीके से इस्तेमाल किया जाए।”
टेक्नोलॉजी आधारित प्रवर्तन की मुख्य बातें:
- डेटा संग्रह और विश्लेषण
- संदिग्ध नेटवर्क की डिजिटल ट्रैकिंग
- हाई-रिस्क ज़ोन की पहचान और निगरानी
- क्रॉस-बॉर्डर सहयोग को आसान बनाना
प्रवर्तन एजेंसियों के लिए बताए गए तीन सिद्धांत
1. निष्पक्षता के साथ नियमों का पालन
हर कार्यवाही नियमों के अनुसार होनी चाहिए, न कि किसी पूर्वाग्रह से।
2. सार्वजनिक विश्वास बनाना
प्रवर्तन ऐसा हो कि व्यापारिक समुदाय और नागरिकों का भरोसा बना रहे।
3. उच्च प्रभाव वाली कार्रवाई
सिर्फ संख्या नहीं, असर को प्राथमिकता दी जाए।
तकनीक और न्याय का मिलन: DRI का नया मिशन
DRI का नया मुख्यालय न केवल एक भौतिक ढांचा है, बल्कि यह सरकार के स्मार्ट गवर्नेंस और टेक-ड्रिवन एनफोर्समेंट विज़न का प्रतीक भी है।
इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं, डेटा एनालिटिक्स यूनिट, और इंटेलिजेंस इंटीग्रेशन सेंटर जैसी सुविधाएं होंगी जो संपूर्ण तस्करी श्रृंखला को पहचानने और कार्रवाई करने में मदद करेंगी।
DRI की नई टेक्नोलॉजी नीति के संभावित लाभ
लाभ | विवरण |
---|---|
रियल टाइम अलर्ट | संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत प्रतिक्रिया |
नेटवर्क आधारित कार्रवाई | स्रोत से लेकर वितरण तक पूरा विश्लेषण |
संसाधनों की बचत | मैनुअल इंटरवेंशन कम और डिजिटल संचालन |
पारदर्शिता | रिकॉर्डेड डेटा के आधार पर निष्पक्ष निर्णय |
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह संदेश स्पष्ट है—देश को केवल सतही अपराध नियंत्रण से संतोष नहीं होना चाहिए। अब समय आ गया है कि हम तस्करी नियंत्रण में टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए स्मार्ट, प्रभावी और दूरदर्शी प्रवर्तन प्रणाली अपनाएं। आने वाले वर्षों में DRI और अन्य प्रवर्तन एजेंसियों से डेटा-संचालित, परिणामोन्मुखी और रणनीतिक कार्रवाइयों की अपेक्षा की जा रही है।