महिला सशक्तिकरण में 11 वर्षों की उपलब्धियां: मोदी सरकार की योजनाएं और प्रभाव
“केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में कहा कि सशक्त महिलाएं आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार ने महिला सशक्तिकरण को नीति निर्माण के केंद्र में रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने महिलाओं को न केवल सम्मान दिया, बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माण में भागीदारी का अवसर भी प्रदान किया।“
महिला सशक्तिकरण: मोदी सरकार की प्राथमिकता
प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्रियों के वक्तव्यों से स्पष्ट है कि महिला सशक्तिकरण सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि सरकार की विकास रणनीति का मुख्य स्तंभ बन चुका है। “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” से लेकर “नारी शक्ति वंदन अधिनियम” तक अनेक योजनाएं इसी दिशा में काम कर रही हैं।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ: समाज में सोच का परिवर्तन
“बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना ने बेटियों के अधिकार, सुरक्षा और शिक्षा को केंद्र में लाकर एक जनआंदोलन शुरू किया।
इस योजना के तहत:
- लिंगानुपात में सुधार हुआ
- बालिकाओं के नामांकन दर में वृद्धि हुई
- बेटियों के प्रति जागरूकता बढ़ी
उज्ज्वला योजना: स्वास्थ्य और गरिमा की ओर कदम
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को रसोई के धुएं से मुक्ति देना था। अब तक लाखों महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं।
इसका प्रभाव:
- महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार
- समय की बचत
- सामाजिक गरिमा में वृद्धि
तीन तलाक पर रोक: कानूनी और सामाजिक सशक्तिकरण
तीन तलाक पर रोक लगाकर मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने का साहसिक कदम उठाया।
- इससे महिला अधिकारों को मजबूती मिली
- सामाजिक न्याय की दिशा में बड़ी पहल रही
मुद्रा योजना: स्वरोज़गार और आत्मनिर्भरता का ज़रिया
मुद्रा योजना के तहत महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए बिना गारंटी के ऋण दिया गया।
- लाखों महिलाओं ने अपने व्यापार शुरू किए
- आर्थिक आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त हुआ
- ग्रामीण महिलाओं में भी उद्यमिता बढ़ी
प्रधानमंत्री आवास योजना: महिलाओं को संपत्ति में भागीदारी
प्रधानमंत्री आवास योजना में घर के स्वामित्व में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
- इससे महिलाओं को पारिवारिक निर्णयों में अधिक भागीदारी मिली
- संपत्ति में नाम होने से आर्थिक सुरक्षा बढ़ी
नारी शक्ति वंदन अधिनियम: राजनीतिक सशक्तिकरण की ओर कदम
हाल ही में लागू हुआ नारी शक्ति वंदन अधिनियम महिलाओं को राजनीतिक प्रतिनिधित्व का अधिकार देता है।
- संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण
- महिलाओं की आवाज़ को राजनीतिक मंच पर प्रतिनिधित्व
सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागीदारी
अब महिलाएं सेना, नौसेना और वायुसेना में न केवल शामिल हो रही हैं, बल्कि नेतृत्व भी कर रही हैं।
- इससे लड़कियों को नया आत्मविश्वास मिला
- यह कदम लैंगिक समानता की दिशा में मील का पत्थर बना
महिला नेतृत्व वाला विकास: बदलती परिभाषा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कहा है कि महिला-नेतृत्व वाला विकास केवल महिलाओं के लिए योजनाओं तक सीमित नहीं, बल्कि उनके नेतृत्व में देश के विकास की कल्पना है।
- शिक्षा, विज्ञान, खेल, स्टार्टअप्स में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं
- उनके योगदान को अब मुख्यधारा में पहचाना जा रहा है