गाजा और लेबनान में इजरायल का भीषण हमला, अटैक में कई दर्जन लोग मारे गए, ट्रंप से बात कर रहे नेतन्याहू
इजरायल ने गाजा और लेबनान में ताजा सैन्य हमलों को अंजाम दिया है, जिनमें कई दर्जन लोगों के मारे जाने की खबर है। यह हमला फिलिस्तीन और लेबनानी क्षेत्रों में इजरायल की सैन्य कार्रवाई का हिस्सा है, और इसने क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है। इस हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने स्थिति पर चर्चा की और अमेरिकी समर्थन की अहमियत को रेखांकित किया।
गाजा और लेबनान में हमले की स्थिति
गाजा में इजरायल ने भारी बमबारी की, जिससे कई आवासीय इलाके तबाह हो गए और दर्जनों लोग मारे गए। लेबनान में भी इजरायल की वायुसेना ने बमबारी की, जिससे नागरिकों की जानों का नुकसान हुआ और वहां भी बहुत से लोग घायल हो गए। इजरायल का दावा है कि यह हमले आतंकवादियों और हमलावर समूहों के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किए गए हैं, लेकिन इससे आम नागरिकों की मौतें भी हुई हैं।
गाजा में हालात पहले से ही बेहद खराब हैं, और इजरायल का यह हमला वहां के नागरिकों के लिए और भी गंभीर स्थिति उत्पन्न कर रहा है। लेबनान में भी Hezbollah और अन्य आतंकवादी संगठनों के खिलाफ इजरायल का यह सैन्य अभियान जारी है।
नेतन्याहू और ट्रंप के बीच बातचीत
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के बाद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात की। नेतन्याहू ने ट्रंप से इजरायल के सुरक्षा और रक्षा हितों के बारे में बात की और अमेरिकी समर्थन की आवश्यकता को बताया। उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा की स्थिति पर ट्रंप से राय ली और इजरायल को आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अनुमति दी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने चिंता जताई है। कई देशों ने गाजा और लेबनान में बढ़ते हिंसा को लेकर इजरायल से संयम बरतने की अपील की है। वहीं, कुछ देशों ने इजरायल के अधिकारों को समर्थन भी दिया है, जबकि फिलिस्तीन और लेबनान ने इजरायल के इस हमले की निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है।