ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हमले की कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने की कड़ी निंदा
कनाडा के टोरंटो के ब्रैम्पटन इलाके में स्थित एक हिंदू मंदिर पर खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा हमले की घटना के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है। रविवार, 3 नवंबर को मंदिर के परिसर में हुए इस हमले के बाद स्थानीय हिंदू समुदाय में रोष और असुरक्षा का माहौल बन गया है।
प्रधानमंत्री ट्रूडो का बयान
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों पर इस प्रकार के हमले अस्वीकार्य हैं और किसी भी तरह की चरमपंथी हिंसा का कनाडा में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कनाडा सरकार और स्थानीय प्रशासन इस मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
हमले के बाद स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई
ब्रैम्पटन पुलिस ने मंदिर परिसर पर हुए हमले के तुरंत बाद घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि यह हमला जानबूझकर समुदाय में तनाव फैलाने के उद्देश्य से किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को भरोसा दिलाया कि सुरक्षा बढ़ा दी गई है और मंदिर के आसपास के इलाकों में निगरानी बढ़ाई जा रही है।
भारतीय समुदाय में रोष
इस हमले से कनाडा में रह रहे भारतीय समुदाय में चिंता का माहौल है। समुदाय के नेताओं ने सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि ऐसे हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कनाडा में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता जताई।