भारत की ‘सूर्या’ मिसाइल से अमेरिका और यूरोप को डरने की जरूरत… पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ का बड़ा दावा, बताई ताकत
भारत की नई विकासशील मिसाइल ‘सूर्या’ को लेकर पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञों ने एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि इस मिसाइल की ताकत से अमेरिका और यूरोप को डरने की आवश्यकता है। पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ‘सूर्या’ मिसाइल के पास ऐसी क्षमता है जो वैश्विक शक्ति संतुलन को प्रभावित कर सकती है, खासकर उन देशों के लिए जो भारत के परमाणु और रक्षा कार्यक्रमों को गंभीरता से नहीं लेते।
‘सूर्या’ मिसाइल की ताकत
भारत की ‘सूर्या’ मिसाइल एक लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे परमाणु और पारंपरिक युद्ध सामग्री ले जाने की क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है। यह मिसाइल भारतीय रक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकती है, क्योंकि इसकी रेंज 10,000 किलोमीटर तक हो सकती है, जो इसे दुनिया की सबसे शक्तिशाली मिसाइलों में से एक बनाती है। इसके जरिए भारत किसी भी स्थान पर, चाहे वह अमेरिका हो या यूरोप, पर हमला करने की क्षमता रखता है। पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह मिसाइल अमेरिका और यूरोप के लिए एक गंभीर चुनौती पेश कर सकती है।
पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञों का बयान
पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ‘सूर्या’ मिसाइल की रेंज और सटीकता के चलते यह पूरी दुनिया के लिए एक खतरा बन सकती है। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा इस मिसाइल का सफल परीक्षण एक महत्वपूर्ण सैन्य उपलब्धि है और इसका विकास भारत की सामरिक ताकत को और अधिक बढ़ा सकता है। पाकिस्तान का मानना है कि यह मिसाइल भारतीय सैन्य बलों को न केवल एशिया में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक प्रमुख शक्ति बना सकती है।
अमेरिका और यूरोप पर असर
पाकिस्तान के विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका और यूरोप के लिए भारत की ‘सूर्या’ मिसाइल एक बड़ी चुनौती बन सकती है, क्योंकि यह मिसाइल इन क्षेत्रों में भी अपने लक्ष्य को सटीक रूप से पहुंचाने की क्षमता रखती है। यह मिसाइल न केवल भारत के रक्षा ढांचे को मजबूत करती है, बल्कि यह वैश्विक सुरक्षा नीति में भी महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देती है। खासकर उन देशों के लिए जो भारत को रणनीतिक रूप से नजरअंदाज करते हैं या उसे एक सैन्य शक्ति के रूप में कम आंकते हैं।
भारत का रुख और वैश्विक प्रतिक्रिया
भारत की ओर से इस मिसाइल के विकास पर लगातार बयान आए हैं, जिसमें इस मिसाइल को राष्ट्र की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया बताया गया है। भारतीय रक्षा मंत्री और विशेषज्ञों का कहना है कि ‘सूर्या’ मिसाइल भारत की सामरिक रक्षा रणनीति का एक अहम हिस्सा है, जो देश की सीमाओं की रक्षा और किसी भी बाहरी आक्रमण से निपटने के लिए तैयार किया गया है। भारत के इस कदम को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जो देश की रक्षा नीतियों को और अधिक आत्मनिर्भर बनाता है।