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कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी यानी रविवार 20 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा

करवा चौथ का पर्व हर साल कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस वर्ष करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024 (रविवार) को रखा जाएगा। यह पर्व खासकर विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं इस वर्ष करवा चौथ के लिए विशेष समय, पूजा विधि और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।

सरगी का समय

  • सरगी: यह विशेष आहार है जो महिलाएं सूर्योदय से पहले ग्रहण करती हैं। इसमें पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ होते हैं।
  • सरगी का समय: 20 अक्टूबर को सुबह 5:30 बजे से 6:00 बजे के बीच।

पूजा का मुहूर्त

  • पूजा का मुहूर्त: 20 अक्टूबर को शाम 6:00 बजे से 7:00 बजे के बीच।
  • इस दौरान पूजा का आयोजन करना शुभ माना जाता है।

चंद्रोदय का समय

  • चंद्रोदय का समय: 20 अक्टूबर को रात 7:05 बजे। महिलाएं चंद्रमा के दर्शन करने के बाद अपने व्रत का पारण करती हैं।

पारण का समय

  • पारण: चांद के दर्शन के बाद व्रत का पारण किया जाता है।
  • पारण का समय: चांद के निकलने के तुरंत बाद, यानी रात 7:05 बजे से शुरू होगा।

पूजा विधि

  1. पूजा स्थान की सजावट: एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर करवा रखें।
  2. दीप जलाना: पूजा के लिए दीपक जलाएं।
  3. सभी सामग्रियों को एकत्रित करना: रोली, चावल, मिठाई, फल और जल का कलश रखें।
  4. चंद्रमा का पूजन: पहले चंद्रमा को अर्घ्य अर्पित करें और फिर अपने पति का पूजन करें।
  5. पति के लिए प्रार्थना: अपने पति के लिए लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करें।
  6. चांद के दर्शन: चंद्रमा के निकलने के बाद व्रत समाप्त करें और पति से पानी ग्रहण करें।

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