रूम टू रीड व शिक्षा विभाग की अनूठी पहल, फलोदी जिले में कैमल कोर्ट लाइब्रेरी खुद पहुँच रही बच्चों के पास
“फलौदी जिले में कैमल कोर्ट लाइब्रेरी खुद पहुँच रही बच्चों के पास गाँव व ढाणियों के बच्चों में देखा जा रहा उत्साह”

फोटो सोर्स सोशल मीडिया
21 / 09 / 2024 PB शब्द
रूम टू रीड व शिक्षा विभाग की अनूठी पहल फलौदी जिले में कैमल कोर्ट लाइब्रेरी खुद पहुँच रही बच्चों के पास गाँव व ढाणियों के बच्चों में देखा जा रहा उत्साह। विओ फलौदी जिले में प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान के तहत रूम टू रीड व शिक्षा विभाग ने एक अनोखी पहल शुरू की है।
जिसके तहत कैमल कोर्ट लाइब्रेरी के जिले के कुल 7 खंडों में इसका संचालन किया जा रहा है,ऊँटगाड़ी पर ही एक चलती फिरती लाइब्रेरी बनाई गई है।ये लाइब्रेरी जिले के गाँव व ढाणियों में बने विधालयों में जा रही है।कैमल कोर्ट लाइब्रेरी के विधालय में पहुंचने से पहले ही बच्चे दौड़कर इस लाइब्रेरी के पास आ जाते है,एवं बच्चे अपनी रुचि के अनुसार किताबे लेकर लाइब्रेरी के पास ही खड़े होकर पढ़ने लगते है।
इतना ही नही जिन बच्चों को पुस्तकें पढ़नी नही आती वह बच्चे भी लाइब्रेरी के पास आकर रोचक कहानियों की पुस्तकों में बने चित्रों को देखकर पुस्तकें पढ़ने की कोशिश करते है। गौरतलब है कि पहले आप और हम सब लाइब्रेरी में जाकर अलग अलग प्रकार की किताबें पढ़ते थे लेकिन ये परम्परा अब धीरे धीरे खत्म हो रही है।और आजकल बच्चे लाइब्रेरी से दूरी बनाने लगे है। इसलिए रूम टू रीड व शिक्षा विभाग ने चलती फिरती लाइब्रेरी को ही बच्चों के पास भेजा है जिससे बच्चे व विधार्थी बहुत सारी रोचक कहानियों की पुस्तकें अपनी इच्छा अनुसार पढ़ रहे है।
वही विधालयों में अब विधार्थियों के लिए सातवें क्लास के रूप में लाइब्रेरी की एक्स्ट्रा क्लास भी लगने लगी है। उसमें बच्चों को कहानियों की पुस्तकें पढ़ने पर भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।साथ ही बच्चों से उनकी पसंदीदा पुस्तकें एवं कहानियों के बारे में चर्चा करके उनके साथ कहानी वाचन एवं पठन गतिविधियां भी करवाई जा रही है।
वही इन पुस्तकों को विधार्थी अपने घर पर ले जाकर उनमें बने मनमोहक चित्रों को देखकर अपने माता पिता को बच्चें कहानियां भी सुना रहे है। तो वही माता पिता भी बच्चों को स्थानीय व पुरानी कहानियां भी सुनाने लगे है इसके अलावा विधार्थी स्कूल से भी कहानियों की पुस्तकें पढ़ने के लिए अपने घर ले जाते है। जिसमें बच्चों को रोचक किताबे पढ़ने का अवसर मिल रहा है।
प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान का मुख्य उद्देश्य ये है कि जिले के सभी बच्चों में पढ़ने की आदत एवं पढ़ने की रुचि का विकास करना,बच्चों को अलग अलग प्रकार के रोचक बाल साहित्य से परिचित करवाना एवं संस्कृति को विकसित करने के उद्देश्य से “प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान ” का शुभारम्भ हाल ही में राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा 09 सितम्बर 2024 को किया गया था !
शुभारम्भ के अवसर पर राज्य के करीबन 65000 विद्यालयों के 80 लाख बच्चों व उनके अभिभावकों के साथ शिक्षकों ने एक साथ किताबें पढ़कर रीड-ए- थॉन कार्यक्रम की शुरुआत की थी,इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को बेहतर शिक्षा व पढ़ने-लिखने के साथ रोचक क़िताबे भी पढ़ाने का अवसर प्रदान करना है।
कैमल कोर्ट लाइब्रेरी से बच्चे व अभिभावक और समुदाय के लोगों को पढ़ने के प्रति प्रेरित करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से चलती फिरती लाइब्रेरी इन दिनों फलौदी जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय देचु,कनोडिया पुरोहितान व राजकीय प्राथमिक विद्यालय सुन्दरलाई नाडी सहित जिले भर में भृमण कर विद्यार्थियों को लाइब्रेरी में पढ़ने के प्रति जागरूक रही है।