चीन के शस्त्रागार में DF-26 ‘गुआम किलर’ परमाणु मिसाइलों की संख्या बढ़ी, टेंशन में अमेरिका
चीन ने अपने शस्त्रागार में DF-26 ‘गुआम किलर’ परमाणु मिसाइलों की संख्या बढ़ा दी है, जिससे अमेरिका और उसके सहयोगियों के बीच चिंता और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। DF-26 मिसाइल को एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) माना जाता है, जो विशेष रूप से अमेरिकी सैन्य ठिकानों को लक्षित करने के लिए विकसित की गई है।
DF-26 मिसाइल की विशेषताएँ
- दूरी: DF-26 की रेंज लगभग 4,000 किलोमीटर तक है, जिससे यह गुआम स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों को सीधे निशाना बना सकती है।
- परमाणु क्षमता: यह मिसाइल परमाणु हथियारों से लैस हो सकती है, जिससे इसका सामरिक महत्व और बढ़ जाता है।
- सटीकता: इसकी सटीकता और क्षमता इसे एक खतरनाक हथियार बनाती है, जिसे चीन अपनी सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण घटक मानता है।
अमेरिका की चिंता
चीन द्वारा DF-26 की संख्या बढ़ाने से अमेरिका और उसके सहयोगियों के बीच बढ़ती टेंशन की स्थिति बनी हुई है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि इस कदम से क्षेत्र में शक्ति संतुलन प्रभावित हो सकता है।
- सैन्य रणनीति: अमेरिका अपने सैन्य ठिकानों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई रणनीतियाँ विकसित कर रहा है, ताकि चीन के बढ़ते सैन्य प्रभाव का सामना किया जा सके।
- डिप्लोमैटिक प्रयास: अमेरिका इस मुद्दे पर सहयोगी देशों के साथ चर्चा कर रहा है और क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए उपाय कर रहा है।
वैश्विक प्रतिक्रिया
चीन के इस कदम ने वैश्विक स्तर पर चिंताओं को बढ़ा दिया है, विशेष रूप से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में। कई देश अब अपनी रक्षा नीतियों को फिर से सोचने पर मजबूर हो गए हैं, और चीन के बढ़ते सैन्य प्रभाव का मुकाबला करने के लिए नई रणनीतियों पर काम कर रहे हैं।