डायबिटीज में करवा चौथ का व्रत रख रही हैं? तो इन गलतियों से कर लें तौबा
- करवा चौथ का व्रत खासकर महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, लेकिन डायबिटीज से ग्रसित महिलाओं को इस दौरान कुछ विशेष सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए।
- व्रत के दौरान भोजन और पानी की कमी से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
सावधानियाँ:
यदि आप डायबिटीज के मरीज हैं और करवा चौथ का व्रत रखने जा रही हैं, तो निम्नलिखित गलतियों से बचें:
1. भोजन में असंतुलन:
- सिर्फ फल पर निर्भर न रहें: व्रत के दौरान केवल फल खाना, जैसे केले या आम, रक्त शर्करा को तेजी से बढ़ा सकता है। इसके बजाय, फलों के साथ साथ नट्स, दही या चिया बीज का सेवन करें।
2. पानी की कमी:
- हाइड्रेशन का ध्यान रखें: व्रत के दौरान पानी न पीने से डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएँ बढ़ सकती हैं। सुनिश्चित करें कि आप सूर्यास्त से पहले पर्याप्त पानी पिएं।
3. अधिक मीठा खाना:
- मीठे व्यंजनों से बचें: व्रत के दौरान मीठे स्नैक्स जैसे बर्फी या लड्डू का सेवन रक्त शर्करा को बढ़ा सकता है। कोशिश करें कि जैविक और बिना शक्कर के विकल्प चुनें।
4. व्रत तोड़ने का गलत तरीका:
- बिना योजना के न खाएं: व्रत तोड़ते समय भोजन को बिना योजना के खाने से शुगर लेवल बढ़ सकता है। अपने खाने की योजना पहले से बना लें और एक साथ अधिक खाना न खाएं।
5. शारीरिक गतिविधि की कमी:
- हल्की एक्सरसाइज करें: व्रत के दौरान हल्की शारीरिक गतिविधि करने से रक्त शर्करा नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है। लंबी वॉक या योगा कर सकती हैं।