दिवाली में धुएं और पटाखे से बढ़ता है वायु प्रदूषण, जानें कैसे करें रेस्पिरेटरी समस्याओं से बचाव
दिवाली का त्योहार भारत में खुशी और उत्साह का प्रतीक है, लेकिन इस अवसर पर पटाखों के इस्तेमाल से होने वाले धुएं और वायु प्रदूषण की समस्या गंभीर हो जाती है। यह खासकर अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और अन्य रेस्पिरेटरी समस्याओं को बढ़ा सकता है। ऐसे में, यह आवश्यक है कि हम कुछ सावधानियों का पालन करें ताकि इन समस्याओं से बचा जा सके।
रेस्पिरेटरी समस्याओं से बचाव के लिए उपाय
- पटाखों से बचें:
- अगर संभव हो, तो पटाखों का उपयोग न करें या इसे कम से कम करें। अपने बच्चों और परिवार को भी पटाखों से दूर रहने के लिए प्रेरित करें।
- घर में वायु गुणवत्ता बनाए रखें:
- एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें, जो घर के अंदर हवा को शुद्ध करता है। नियमित रूप से खिड़कियां और दरवाजे खोलें ताकि ताजा हवा अंदर आ सके।
- मास्क पहनें:
- जब भी बाहर जाएं, खासकर दिवाली के आसपास, तो मास्क पहनें। यह धूल और प्रदूषण से आपके फेफड़ों की रक्षा करेगा।
- हाइड्रेटेड रहें:
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, इससे शरीर में टॉक्सिन्स बाहर निकलने में मदद मिलती है। यह आपकी सेहत को भी बेहतर बनाए रखता है।
- धूम्रपान से बचें:
- घर में धूम्रपान करने से बचें, क्योंकि यह वायु प्रदूषण को और बढ़ाता है। परिवार के सदस्यों को धूम्रपान करने से मना करें।
- गर्मी वाले आहार लें:
- गर्मी वाले और हल्के भोजन का सेवन करें, जैसे कि सूप, उबले हुए सब्जियां, और अदरक-नींबू का पानी। ये शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करेंगे।
- डॉक्टर से सलाह लें:
- अगर आप या आपके परिवार में कोई व्यक्ति रेस्पिरेटरी समस्या से ग्रसित है, तो डॉक्टर से पहले से सलाह लें। वे आपको आवश्यक दवाइयां और सुझाव देंगे।