नमक ही नहीं, हार्ट फेलियर के बाद पानी भी बन सकता है जानलेवा: डॉ. ने बताया कितना पीना चाहिए?
दिल की समस्याओं, विशेषकर हार्ट फेलियर के मरीजों के लिए पानी का सेवन एक गंभीर मुद्दा हो सकता है। हाल ही में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि हार्ट फेलियर के बाद अधिक पानी पीना भी जानलेवा हो सकता है। आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण और सही मात्रा क्या होनी चाहिए।
हार्ट फेलियर और तरल पदार्थ
हार्ट फेलियर के दौरान, हृदय की क्षमता कम हो जाती है, जिससे रक्त पंप करने की क्षमता प्रभावित होती है। इससे शरीर में तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिससे शरीर में सूजन, सांस लेने में कठिनाई और अन्य जटिलताएं हो सकती हैं।
पानी का सेवन: विशेषज्ञों की सलाह
डॉक्टरों का मानना है कि हार्ट फेलियर के मरीजों को पानी का सेवन संतुलित करना चाहिए। अत्यधिक पानी पीने से शरीर में सोडियम का स्तर गिर सकता है, जिसे हाइपोनैट्रेमिया कहा जाता है। इससे मस्तिष्क पर दबाव बढ़ सकता है और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
कितना पानी पीना चाहिए?
- मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति: हर मरीज की स्थिति अलग होती है। डॉक्टर के परामर्श से पानी की सही मात्रा निर्धारित करनी चाहिए।
- सामान्य रूप से: सामान्यतः, हार्ट फेलियर के मरीजों को दिन में 1.5 से 2 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन यह व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है।
- नमक का सेवन: साथ ही, नमक के सेवन को भी नियंत्रित करना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा को प्रभावित करता है।