मार्गशीर्ष माह: कब से शुरू होगा और इस महीने में क्या करें- क्या नहीं?
हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह साल का एक महत्वपूर्ण महीना माना जाता है। यह माह विशेष रूप से भगवान श्री विष्णु की पूजा, व्रत, और अन्य धार्मिक कार्यों के लिए उपयुक्त होता है। इस साल मार्गशीर्ष माह 16 नवंबर 2024 से शुरू हो रहा है, जो कि 14 दिसंबर 2024 तक चलेगा। इस दौरान कई धार्मिक आयोजन, व्रत और पर्व होते हैं जो भक्तों के लिए विशेष महत्व रखते हैं।
मार्गशीर्ष माह में क्या करें?
- भगवान विष्णु की पूजा: मार्गशीर्ष माह को भगवान श्री विष्णु की पूजा के लिए विशेष रूप से माना जाता है। इस दौरान विष्णु के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है, और विशेष रूप से एकादशी व्रत का पालन करना शुभ माना जाता है।
- रात्रि जागरण: इस माह में रात को जागरण और भजन-कीर्तन करने का विशेष महत्व है। कई भक्त मार्गशीर्ष की रातों में भगवान के नाम का जप और भजन गाते हैं।
- दान पुण्य: इस महीने में दान और पुण्य का कार्य करना विशेष रूप से फलदायक माना जाता है। गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े, और अन्य सामान दान देने से पुण्य मिलता है।
- दीप जलाना: इस महीने में घरों में दीप जलाना भी शुभ माना जाता है। खासकर पद्म दीप और तुलसी दीप का जलाना महत्त्वपूर्ण है, जो घर में सुख-समृद्धि लाने के लिए किया जाता है।
- व्रत और उपवासी: कई भक्त इस महीने में व्रत रखते हैं और उपवासी रहते हैं, जिससे शारीरिक और मानसिक शुद्धि होती है। खासकर एकादशी व्रत का पालन किया जाता है।
मार्गशीर्ष माह में क्या नहीं करें?
- अत्यधिक मांसाहार और शराब का सेवन: इस महीने में मांसाहार और शराब का सेवन करना वर्जित है। यह माह शुद्धता और आत्मशुद्धि के लिए होता है, इसलिए इनसे बचना चाहिए।
- झगड़ा और विवाद से बचें: इस महीने में विवाद, झगड़े, और अपशब्दों का प्रयोग करने से बचना चाहिए। यह माह शांति और सद्भाव का होता है।
- निराकार पूजा से बचें: मार्गशीर्ष माह में निराकार पूजा और शास्त्रों के अनुसार पूजा विधि का पालन करना उचित है, लेकिन केवल विधिहीन पूजा से बचें।
- अत्यधिक आराम करना: मार्गशीर्ष माह को धार्मिक गतिविधियों और आत्मिक उन्नति के लिए समर्पित करें, अतः इस दौरान ज्यादा आराम और आलस्य से बचें।