वैश्विक आर्थिक नीति मंच: वित्त मंत्री ने कहा- नई चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर करना होगा विचार
“नई दिल्ली: वित्त मंत्री ने वैश्विक आर्थिक नीति मंच में भाग लेते हुए कहा कि दुनिया के सामने उभरती नई आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए नए समाधान और रणनीतियों पर विचार करना होगा। उन्होंने वैश्विक नेताओं को मिलकर सामूहिक प्रयास करने पर जोर दिया ताकि आर्थिक स्थिरता और विकास सुनिश्चित किया जा सके।”
नई आर्थिक चुनौतियां और समाधान
वित्त मंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनमें प्रमुख हैं:
- महंगाई और मुद्रास्फीति का दबाव।
- वैश्विक व्यापार में अस्थिरता।
- प्राकृतिक आपदाएं और जलवायु परिवर्तन का असर।
- टेक्नोलॉजिकल बदलाव और डिजिटल विभाजन।
उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग और नवीन नीतियों की आवश्यकता है।
आर्थिक स्थिरता के लिए रणनीति
वित्त मंत्री ने कुछ महत्वपूर्ण उपायों पर बल दिया:
- सतत विकास पर जोर: पर्यावरणीय अनुकूल नीतियों को अपनाना।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था: टेक्नोलॉजी और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश।
- वित्तीय समावेशन: समाज के हर वर्ग तक बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं पहुंचाना।
- वैश्विक व्यापार: देशों के बीच मजबूत व्यापारिक साझेदारी को बढ़ावा देना।
वैश्विक सहयोग की जरूरत
वित्त मंत्री ने कहा कि किसी भी देश के लिए अकेले नई आर्थिक चुनौतियों से निपटना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि वैश्विक सहयोग से ही:
- आर्थिक अस्थिरता को दूर किया जा सकता है।
- निवेश और विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।
- नए अवसरों के माध्यम से रोजगार सृजन संभव होगा।
रत की भूमिका
वित्त मंत्री ने बताया कि भारत ने आत्मनिर्भर भारत अभियान और डिजिटल इंडिया जैसे कार्यक्रमों से नई चुनौतियों को अवसर में बदला है। भारत की अर्थव्यवस्था का सशक्त प्रदर्शन वैश्विक मंच पर उम्मीद की किरण है।
सामूहिक प्रयास का आह्वान
वित्त मंत्री ने वैश्विक नेताओं से अपील की कि सभी देशों को मिलकर सामूहिक समाधान निकालने होंगे, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थिर और समृद्ध भविष्य का निर्माण हो सके।