संसद हमले की 23वीं बरसी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 13 दिसंबर 2001 के संसद हमले की 23वीं बरसी पर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को नमन किया।
राष्ट्रपति का संदेश
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा:
“संसद हमले में शहीद हुए वीर जवानों का बलिदान देश कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना लोकतंत्र के इस मंदिर की रक्षा की। उनका साहस और बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
संसद पर हमला: एक यादगार संघर्ष
- 13 दिसंबर 2001 को आतंकवादियों ने संसद पर हमला किया था।
- इस हमले में 9 सुरक्षाकर्मी और एक कर्मचारी शहीद हो गए थे।
- जवानों ने बहादुरी से लड़ते हुए आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया था।
संसद परिसर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम
संसद भवन परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में राष्ट्रपति के साथ उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
- पूरे माहौल में शहीदों के सम्मान में खामोशी और श्रद्धा का भाव नजर आया।
राष्ट्र की सुरक्षा में अमर बलिदान
संसद हमले के शहीदों की वीरता और बलिदान को हर साल याद किया जाता है।
- यह दिन देश को सुरक्षा बलों की कुर्बानी और उनके अटूट साहस की याद दिलाता है।
- यह घटना हमें सतर्क रहने और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की प्रेरणा देती है।