भारत-फिलीपींस संबंधों के 75 वर्ष पूरे, सेबू में सांस्कृतिक और शैक्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित
“भारत और फिलीपींस के राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर सेबू शहर में ‘भारत-फिलीपींस सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान शिखर सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर तमिल संत और कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा का अनावरण भी किया गया।”
भारत के राजदूत हर्ष कुमार जैन ने गुल्लास कॉलेज ऑफ मेडिसिन (GCM) में तिरुवल्लुवर की प्रतिमा का अनावरण किया।
कार्यक्रम में भारतीय और फिलिपिनो सांस्कृतिक दलों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं।
पूर्व राष्ट्रपति ग्लोरिया मैकापगल अरोयो सहित कई राजनयिक, सरकारी अधिकारी और भारतीय प्रवासी समुदाय के लोग शामिल हुए।
भारत-फिलीपींस के 75 साल के रिश्तों को नई मजबूती
शिखर सम्मेलन का आयोजन जीसीएम के मुख्य कार्यकारी सलाहकार डॉ. डेविड पिल्लई के नेतृत्व में हुआ।
तिरुवल्लुवर प्रतिमा की स्थापना भारत और फिलीपींस के गहरे सांस्कृतिक संबंधों को प्रदर्शित करती है।
भारत और फिलीपींस के बीच सभ्यतागत और भाषाई संबंध ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण रहे हैं।
फिलीपींस की तागालोग भाषा में कई शब्द संस्कृत मूल के हैं, जो प्राचीन भारत-फिलीपींस संबंधों को दर्शाते हैं।
शाम को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और विशेष संबोधन का आयोजन
शिखर सम्मेलन में भारतीय और फिलिपिनो सांस्कृतिक दलों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं।
गणमान्य व्यक्तियों ने भारत और फिलीपींस के ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डाला।
फिलीपींस की राजधानी मनीला सहित विभिन्न शहरों में भारतीय त्योहारों और राष्ट्रीय दिनों को मनाने की परंपरा रही है।
यह कार्यक्रम दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और शैक्षिक संबंधों को और गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
भारत-फिलीपींस के राजनयिक संबंधों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
नवंबर 2024 में, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने नई दिल्ली में फिलीपींस दूतावास द्वारा आयोजित 75वीं वर्षगांठ समारोह में भाग लिया था।
फिलीपींस और भारत प्राचीन काल से व्यापार और सांस्कृतिक रिश्तों से जुड़े रहे हैं।
फिलीपींस में गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और प्रवासी भारतीय दिवस जैसे भारतीय आयोजनों को बड़े उत्साह से मनाया जाता है।