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अक्षय तृतीया पर शुरू हुई चारधाम यात्रा 2025, गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुले

उत्तराखंड में आज बुधवार को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर चारधाम यात्रा 2025 का औपचारिक शुभारंभ हो गया। पवित्र गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट विधिवत पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस ऐतिहासिक धार्मिक अवसर की शुरुआत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में हुई।

मुख्यमंत्री ने की गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में पूजा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री धाम में पहुँचकर विशेष पूजा-अर्चना की और कपाट खोलने की विधि को पूर्ण किया। इसके पश्चात वे यमुनोत्री धाम पहुँचे, जहाँ उन्होंने मंदिर में आरती कर चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत को आधिकारिक रूप से घोषित किया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक उत्सव है।

चारधाम यात्रा 2025 की सुरक्षा और व्यवस्थाएं

चारधाम यात्रा में लाखों श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना को देखते हुए सरकार ने व्यापक तैयारी की है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि चारधाम यात्रा 2025 पूरी तरह सुरक्षित, व्यवस्थित और सुगम हो। इसके लिए हमने हर पहलू पर निगरानी की व्यवस्था की है।”

उन्होंने यह भी बताया कि तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए विशेष मोबाइल सुरक्षा टीमें तैनात की गई हैं, जो रूट पर लगातार गश्त करेंगी।

प्रधानमंत्री के योगदान का उल्लेख

मुख्यमंत्री धामी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और धामों में कराए गए विकास कार्यों की बदौलत चारधाम यात्रा में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड देशभर के श्रद्धालुओं का प्रमुख धार्मिक गंतव्य बन चुका है।

यात्रा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया और आँकड़े

स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर प्रजापति नटियाल के अनुसार, बुधवार को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा 2025 आरंभ हो गई। अब तक 22 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कर लिया है और ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप से रवाना हो चुके हैं।

ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के पंजीकरण उपलब्ध

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हरिद्वार में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा सोमवार से आरंभ हो चुकी है। इसके साथ-साथ ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया भी पहले से जारी है। जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने जानकारी दी कि:

  • दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष पंजीकरण काउंटर स्थापित किए गए हैं।
  • विदेशी नागरिकों के लिए विशेष सहायता केंद्र बनाए गए हैं।
  • कुल 20 निःशुल्क पंजीकरण काउंटर भी कार्यरत हैं।

आपदा प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण

मुख्यमंत्री ने बताया कि यमुना घाट क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक हेलीकॉप्टर सर्वेक्षण की व्यवस्था की जा रही है। सरकार स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है ताकि किसी भी संभावित खतरे से समय रहते निपटा जा सके।

चारधाम यात्रा 2025: तीर्थ और पर्यटन का संगम

गंगोत्री और यमुनोत्री: पवित्र शुरुआत

चारधाम यात्रा की शुरुआत गंगोत्री और यमुनोत्री से होती है, जो क्रमशः गंगा और यमुना नदियों का उद्गम स्थल माने जाते हैं। यहाँ कपाट खुलने के साथ ही तीर्थयात्रियों की आध्यात्मिक यात्रा आरंभ होती है, जो बाद में केदारनाथ और बद्रीनाथ की ओर अग्रसर होती है।

चारधाम यात्रा क्यों है विशेष?

  • यह हिंदू धर्म के चार प्रमुख धामों की यात्रा है।
  • मान्यता है कि जीवन में एक बार इस यात्रा को करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • यह यात्रा ना केवल आध्यात्मिक, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य से भी भरपूर होती है।

यात्रियों के लिए सुझाव और दिशा-निर्देश

  1. ऑनलाइन पंजीकरण अवश्य कराएं – सरकार की वेबसाइट या अधिकृत पोर्टल से पंजीकरण करके ही यात्रा करें।
  2. सुरक्षा नियमों का पालन करें – यात्रा के दौरान सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन करें।
  3. मेडिकल जाँच आवश्यक – स्वास्थ्य प्रमाणपत्र के साथ ही यात्रा की अनुमति मिलेगी।
  4. प्लास्टिक मुक्त यात्रा – यात्रा क्षेत्र में प्लास्टिक उपयोग पर प्रतिबंध है।

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