सिक्किम में लगातार बारिश और भूस्खलन से हालात गंभीर, तीस्ता नदी में गिरी पर्यटक वाहन दुर्घटना में 9 लोग अब भी लापता
सिक्किम में रविवार को लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने राज्य में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। तेज बारिश के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है, और इसके आसपास के इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
इस बीच, एक दुखद हादसे में एक पर्यटक वाहन तीस्ता नदी में गिर गया, जिसमें 9 लोग अब तक लापता हैं। हादसा मंगन जिले के चुबोम्बु इलाके में शुक्रवार को हुआ था।
तीस्ता नदी में गिरा पर्यटक वाहन, 9 लोग लापता
हादसे के समय वाहन में 11 लोग सवार थे। दो यात्रियों को बचा लिया गया है लेकिन बाकी 9 लोग, जिनमें चालक भी शामिल है, का अब तक कोई पता नहीं चल सका है।
खराब मौसम ने रोका बचाव कार्य
- बचाव कार्य शनिवार को भी जारी रहा, जिसमें आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें जुटी रहीं।
- पुलिस अधीक्षक सोनम देचू भूटिया ने बताया कि वाहन मलबे में फंसा है और अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है।
- लगातार बारिश और बहाव तेज होने के कारण राहत कार्य में बाधा आ रही है।
मंगन में रेड अलर्ट, गंगटोक और अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि आने वाले 24 घंटे सिक्किम के लिए बेहद संवेदनशील हैं।
IMD के अलर्ट अनुसार:
- मंगन जिला: रेड अलर्ट
- गंगटोक, ग्यालशिंग, नामची, सोरेंग, पाकयोंग: ऑरेंज अलर्ट
- तेज बारिश, बिजली गिरने और भूस्खलन की संभावना
भूस्खलन से संपत्ति को नुकसान, पर्यटक लाचेन और लाचुंग में फंसे
लगातार हो रही बारिश और बादल फटने की घटनाओं के कारण उत्तरी सिक्किम के कई क्षेत्रों में भूस्खलन हुआ है।
हालात का अपडेट:
- लाचेन में लगभग 115 पर्यटक फंसे हैं।
- लाचुंग में 1,350 से अधिक पर्यटक अपने होटलों में फंसे हुए हैं।
- दोनों दिशाओं से सड़क मार्ग पूरी तरह बंद हो चुका है।
- जिला प्रशासन ने पर्यटकों को अपने-अपने होटलों में सुरक्षित रहने की सलाह दी है।
संचार व्यवस्था और बिजली आपूर्ति प्रभावित
मोबाइल नेटवर्क और बिजली सप्लाई का हाल
- मोबाइल नेटवर्क शुक्रवार से बाधित था, जो शनिवार दोपहर लगभग 3 बजे बहाल हुआ।
- बिजली आपूर्ति शनिवार शाम तक आंशिक रूप से बहाल की गई।
- पेयजल सप्लाई रविवार तक पूरी तरह बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
राहत एवं बचाव कार्यों में चुनौतियाँ बढ़ीं
तेज बारिश के कारण तीस्ता नदी में जलस्तर अत्यधिक बढ़ गया है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना और भी मुश्किल हो गया है।
अन्य समस्याएँ जो सामने आईं
- कई पुल और सड़कें टूट चुकी हैं
- बचाव दलों को स्थान तक पहुंचने में समस्या
- हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू असंभव
- नदियों के किनारे बसे गांवों में भी अलर्ट जारी
प्रशासन ने की राहत कार्यों की योजना तैयार
सिक्किम सरकार और स्थानीय प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में स्थिति पर नजर रखी हुई है।
प्रशासनिक कदम
- राहत शिविर तैयार
- खाद्यान्न और दवाओं की व्यवस्था
- हेल्पलाइन नंबर जारी
- बाढ़ प्रभावित इलाकों की निगरानी
पर्यटकों से अपील: सतर्क रहें और निर्देशों का पालन करें
प्रशासन ने सभी पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
क्या करें, क्या न करें
- सुरक्षित स्थान पर रहें
- नदियों और जलप्रवाह के पास न जाएं
- प्रशासन के संपर्क में रहें
- सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाएं
सिक्किम में भारी बारिश ने जहां पर्यटकों को संकट में डाल दिया है, वहीं स्थानीय प्रशासन लगातार कोशिश कर रहा है कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। तीस्ता नदी का बढ़ता जलस्तर, सड़कें बंद होना और संचार बाधित होना इस चुनौती को और कठिन बना रहा है। आने वाले कुछ दिन राज्य के लिए बेहद संवेदनशील हैं, और सभी को सतर्कता और सहयोग की जरूरत है।