योग हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं है: 5 ऐसे लोग जिन्हें एक्सपर्ट की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए योग
“हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, जिसमें योग के फायदों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है। हालांकि योग शरीर और मन के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन यह सभी के लिए नहीं होता। कुछ विशेष स्थितियों और शारीरिक समस्याओं वाले व्यक्तियों को योग करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लेना जरूरी है। ऐसे कुछ लोग हैं जिन्हें योग का अभ्यास बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह उनकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है।“
1. गर्भवती महिलाएं
गर्भवती महिलाओं के लिए योग का अभ्यास बेहद लाभकारी हो सकता है, लेकिन इसके लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए आसनों की आवश्यकता होती है। ज्यादा दबाव डालने वाले योगासनों जैसे उन्नत पलटने वाले आसन या कठिन मुद्रा गर्भवती महिला और बच्चे के लिए खतरे का कारण बन सकती हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को योग प्रशिक्षक की निगरानी में ही योग करना चाहिए।
2. हृदय रोगी
हृदय रोगियों के लिए भी योग के कई फायदे हैं, लेकिन उन्हें कुछ विशिष्ट मुद्राओं से बचना चाहिए जो दिल पर अत्यधिक दबाव डालती हैं। हाई इंटेंसिटी आसन या तेज श्वास वाले प्राणायाम हृदय पर अतिरिक्त तनाव डाल सकते हैं, जिससे हृदय संबंधित समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे लोगों को हमेशा हृदय विशेषज्ञ या योग चिकित्सक की सलाह से ही योग करना चाहिए।
3. रीढ़ की हड्डी और जोड़ों के मरीज
रीढ़ की हड्डी या जोड़ों के दर्द (जैसे आर्थराइटिस) के शिकार लोग योग करते वक्त अत्यधिक सतर्क रहें। कुछ योग आसन जैसे स्ट्रेचिंग और झुकाव शरीर के जोड़ों और रीढ़ पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं, जिससे दर्द और समस्याएं बढ़ सकती हैं। इस तरह के लोगों को योग प्रशिक्षक की निगरानी में कम दबाव वाले आसन करने चाहिए।
4. उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर)
उच्च रक्तचाप के मरीजों को कुछ योग आसन और प्रणायाम से बचना चाहिए, जैसे कि सिर के नीचे पैर रखकर मुद्रा और लंबे समय तक सिर को झुका कर बैठना। ऐसे आसन रक्तचाप को और बढ़ा सकते हैं। गहरी सांस लेने की तकनीक और शांत आसन जैसे सप्तपदी मुद्रा को उच्च रक्तचाप वाले व्यक्तियों के लिए अधिक फायदेमंद माना जाता है। इन लोगों को भी योग विशेषज्ञ से पहले सलाह लेनी चाहिए।
5. मानसिक रोगों से ग्रस्त लोग
मानसिक समस्याओं जैसे अवसाद, चिंता या तनाव से ग्रस्त लोगों के लिए योग लाभकारी हो सकता है, लेकिन कुछ मनोवैज्ञानिक समस्याएं जैसे पैनिक अटैक या गंभीर तनाव के दौरान कुछ आसन उन्हें और परेशान कर सकते हैं। विशेषज्ञ की सलाह और मार्गदर्शन के बिना योग का अभ्यास मानसिक स्थिति को और बिगाड़ सकता है। ऐसे मामलों में, योग को मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में करना चाहिए।
योग एक बहुत शक्तिशाली साधन है, जो शरीर और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है, लेकिन इसे सही तरीके से और सही लोगों के लिए किया जाना चाहिए। यदि आप ऊपर बताए गए किसी भी श्रेणी में आते हैं, तो कृपया योग प्रशिक्षक या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लेकर ही योग का अभ्यास करें। यह आपको लाभ पहुंचाने के बजाय कोई नुकसान नहीं करेगा।