महिलाओं के लिए चेतावनी: गलत तरीके से साड़ी पहनना भी बन सकता है कैंसर का कारण, जानिए ‘पेटीकोट कैंसर’ के बारे में
एक शोध में यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि महिलाओं का गलत तरीके से साड़ी पहनना भी कैंसर का कारण बन सकता है। इसे पेटीकोट कैंसर (Petticoat Cancer) का नाम दिया गया है। इस शोध के अनुसार, साड़ी पहनते वक्त पेटीकोट (स्कर्ट) का सही तरीके से इस्तेमाल न करने से महिलाओं को हॉर्मोनल असंतुलन हो सकता है, जो समय के साथ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
पेटीकोट कैंसर क्या है?
पेटीकोट कैंसर एक नया टर्म है जिसे हाल ही में एक मेडिकल शोध में महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी एक खतरनाक समस्या के रूप में सामने रखा गया है। यह उस स्थिति को दर्शाता है जब साड़ी पहनते वक्त पेटीकोट का उपयोग गलत तरीके से किया जाता है।
गलत तरीके से साड़ी पहनने के कारण
- पेटीकोट का अधिक टाइट होना: यदि पेटीकोट बहुत टाइट तरीके से पहना जाता है, तो यह महिला के पेट और निचले अंगों पर अत्यधिक दबाव डालता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है, जो हॉर्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है।
- साड़ी का सही तरीके से नहीं पहनना: साड़ी को ठीक से पहनने में गलती करने से पेटीकोट की स्थिति अस्वाभाविक हो सकती है, जिससे महिला के यूट्रस और ओवरी पर दबाव पड़ता है। यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है, खासकर लंबी अवधि तक ऐसा करने पर।
- पेटीकोट की जंग लगी बॉडी: पुरानी और इस्तेमाल किए गए पेटीकोट में जंग और बैक्टीरिया जमा हो सकते हैं, जो महिला के शरीर के संपर्क में आकर संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जिससे कैंसर जैसे गंभीर रोग हो सकते हैं।
कैंसर के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं इन कारणों से
- हॉर्मोनल असंतुलन: पेटीकोट का गलत ढंग से पहनना हॉर्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है, जिससे महिलाओं में हॉर्मोन-संवेदनशील कैंसर (जैसे ब्रेस्ट कैंसर और ओवरी कैंसर) के खतरे में वृद्धि हो सकती है।
- दबाव और रक्त संचार में कमी: जब पेटीकोट अत्यधिक टाइट होता है, तो यह रक्त प्रवाह को प्रभावित कर सकता है और अंगों को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी कर सकता है, जिससे टिशू में समस्या उत्पन्न हो सकती है।
पेटीकोट कैंसर से बचाव के उपाय
- साड़ी पहनने में ध्यान रखें: साड़ी पहनते समय हमेशा सुनिश्चित करें कि पेटीकोट ढीला और आरामदायक हो, ताकि यह शरीर पर दबाव न डाले।
- नियमित चेक-अप: महिलाओं को नियमित रूप से गाइनेकोलॉजिकल चेक-अप कराना चाहिए ताकि कोई भी असामान्य बदलाव जल्दी से पकड़ा जा सके।
- हाइजीन का ध्यान रखें: पेटीकोट को नियमित रूप से धोकर रखें और सुनिश्चित करें कि यह हमेशा साफ और ताजगी से भरा रहे। पुरानी सामग्री से दूर रहें जो बैक्टीरिया जमा करने का कारण बन सकती है।
- सारी पहनने का सही तरीका सीखें: साड़ी पहनने का सही तरीका सीखना भी जरूरी है ताकि पेटीकोट की स्थिति सही रहे और शरीर पर अत्यधिक दबाव न पड़े।