हर शाम करें सनसेट वॉक, बेहतर सेहत और मानसिक शांति का पाएं प्राकृतिक तरीका
“चलना यानी वॉक करना हमारे स्वास्थ्य के लिए सबसे सरल और कारगर व्यायाम माना जाता है। चाहे उम्र कोई भी हो, दिन में कुछ समय पैदल चलना शरीर को न केवल फिट बनाता है बल्कि मानसिक रूप से भी राहत देता है। लेकिन अगर यह वॉक सूर्यास्त के समय यानी शाम के वक्त की जाए, तो इसके फायदे और भी बढ़ जाते हैं।“
सनसेट वॉक के फायदे न केवल फिजिकल हेल्थ बल्कि मेंटल वेलनेस के लिए भी खास माने जाते हैं।
1. वजन घटाने में मददगार होती है सनसेट वॉक
शाम को हल्की सैर करने से कैलोरी बर्न होती है, जिससे वजन कम करने में सहायता मिलती है। खासतौर पर उन लोगों के लिए जो दिनभर ऑफिस में बैठे रहते हैं, उनके लिए शाम की सैर एक बेहतरीन विकल्प है। नियमित रूप से हर दिन 30 से 45 मिनट की वॉक से चर्बी कम होती है और मेटाबॉलिज्म तेज़ होता है।
2. सनसेट वॉक के फायदे हैं डाइजेशन सुधारने में
खाने के बाद हल्की पैदल चाल पाचन तंत्र को सक्रिय रखती है। खासकर रात का खाना जल्दी खाकर एक छोटी वॉक से डाइजेशन बेहतर होता है। इससे एसिडिटी, गैस और पेट फूलने जैसी समस्याएं भी दूर रहती हैं।
यदि आपकी दिनचर्या में रात को ज्यादा खाने की आदत है, तो सूर्यास्त के समय की वॉक आपको पाचन में काफी मदद कर सकती है।
3. मानसिक तनाव कम करने में सहायक
सनसेट वॉक के फायदे केवल शारीरिक नहीं, मानसिक स्वास्थ्य में भी देखे जाते हैं। शाम को प्राकृतिक वातावरण में कुछ समय बिताने से तनाव के स्तर में कमी आती है। सूर्यास्त की लालिमा, ठंडी हवा और शांत वातावरण दिमाग को आराम देते हैं।
शोधों के अनुसार, रोजाना 20-30 मिनट की वॉक से एंडोर्फिन हार्मोन निकलता है, जो ‘फील गुड’ केमिकल कहलाता है और मूड बेहतर बनाता है।
4. बेहतर नींद पाने में मदद
शाम को वॉक करने से शरीर में हल्का थकावट आती है, जिससे रात को नींद जल्दी और गहरी आती है। जो लोग अनिद्रा, बार-बार नींद टूटने या देर से सोने की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए सनसेट वॉक के फायदे बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं।
5. ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मददगार
हर दिन सूर्यास्त के समय की वॉक डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए वरदान है। चलने से शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ती है, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।
साथ ही, यह वॉक दिल की धड़कन को नियमित करती है और ब्लड प्रेशर को भी स्थिर रखने में मदद करती है।
6. सोचने और खुद से जुड़ने का समय मिलता है
दिनभर की भागदौड़ के बाद शाम को सैर करना एक ऐसा समय होता है जब आप खुद से जुड़ सकते हैं। बिना किसी रुकावट या डिजिटल डिवाइस के, एकांत में चलना आत्मचिंतन और सोचने का समय देता है।
सनसेट वॉक के फायदे उन लोगों के लिए भी हैं जो ध्यान और आत्म-जागरूकता के लिए समय नहीं निकाल पाते।
7. आंखों को राहत और Vitamin D
शाम को सूर्य की अंतिम किरणें आंखों के लिए हानिकारक नहीं होतीं, बल्कि यह हल्का प्रकाश आंखों को थकावट से राहत देता है। सूर्यास्त के समय की रोशनी में वॉक करना आंखों को सुकून पहुंचाता है और Vitamin D के अवशेष भी शरीर में पहुंचते हैं।
8. रिश्तों में सुधार
अगर आप सनसेट वॉक अपने परिवार या साथी के साथ करते हैं, तो यह एक खूबसूरत समय हो सकता है साथ बिताने के लिए। बातचीत, साथ चलना और प्रकृति में समय बिताना रिश्तों को गहरा करने में सहायक होता है।
9. इम्यूनिटी और जीवनशैली में सुधार
नियमित वॉक से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है, जिससे शरीर छोटे-मोटे संक्रमणों से खुद को बचा सकता है। साथ ही, वॉक करना एक हेल्दी लाइफस्टाइल की ओर पहला कदम है। जो लोग रोजाना शाम को टहलते हैं, वे अधिक अनुशासित, सक्रिय और सकारात्मक रहते हैं।
सनसेट वॉक के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
- हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें
- जूते आरामदायक हों
- पानी की बोतल साथ रखें
- मोबाईल का उपयोग कम से कम करें
- वॉक के बाद हल्का स्ट्रेच करें