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कंसीव करने में मददगार 5 योगासन, महिलाएं आज ही करें शुरुआत

गर्भधारण (कंसीव) करना कई महिलाओं के लिए एक चुनौती हो सकता है। हालांकि, प्राकृतिक तरीकों से इस प्रक्रिया को आसान बनाया जा सकता है। योग एक ऐसी ही तकनीक है, जो न केवल शरीर को फिट रखता है, बल्कि हार्मोन को बैलेंस कर फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद करता है। यहां बताए गए 5 योगासन कंसीव करने में बेहद लाभकारी हो सकते हैं।

1. बद्ध कोणासन (बटरफ्लाई पोज़):

  • यह आसन पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स को मजबूत करता है।
  • कैसे करें: दोनों पैरों को जोड़कर तितली के पंख की तरह ऊपर-नीचे हिलाएं।

2. धनुरासन (बो पोज़):

  • यह आसन पेल्विक एरिया और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
  • कैसे करें: पेट के बल लेटकर, पैरों को पीछे की ओर मोड़ें और हाथों से पकड़ें। शरीर को धनुष की आकृति में उठाएं।

3. विपरीत करनी (लेग्स अप द वॉल):

  • यह आसन तनाव को कम करता है और रक्त संचार को बेहतर बनाता है।
  • कैसे करें: दीवार के सहारे लेटकर पैरों को सीधा ऊपर करें।

4. सेतु बंधासन (ब्रिज पोज़):

  • यह आसन थायरॉयड ग्रंथि को सक्रिय करता है और हार्मोनल बैलेंस को बढ़ावा देता है।
  • कैसे करें: पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़ें और कमर को ऊपर उठाएं।

5. शवासना (कॉर्प्स पोज़):

  • यह आसन शरीर को गहरे स्तर पर रिलैक्स करता है और मानसिक तनाव को कम करता है।
  • कैसे करें: पीठ के बल लेटकर पूरी तरह रिलैक्स करें।

योगासन करने के फायदे:

  1. हार्मोनल बैलेंस बनाए रखने में मदद।
  2. तनाव को कम कर शारीरिक और मानसिक शांति प्रदान करना।
  3. ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाना।
  4. पेल्विक एरिया को मजबूत बनाना।

सावधानियां:

  • किसी भी योगासन को शुरू करने से पहले डॉक्टर या योग प्रशिक्षक से सलाह लें।
  • सही तरीके से और नियमित रूप से इन आसनों का अभ्यास करें।

गर्भधारण की प्रक्रिया को सहज और तनावमुक्त बनाने के लिए इन योगासनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। नियमित अभ्यास से आपके शरीर और मन को सकारात्मक बदलाव महसूस होंगे।

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