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भारत-ओमान व्यापार संबंध मजबूत करने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का मस्कट दौरा

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 27 से 28 जनवरी के बीच मस्कट, ओमान का दौरा करेंगे। इस दौरे का उद्देश्य भारत और ओमान के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाना है। यह यात्रा खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के महत्वपूर्ण साझेदार ओमान के साथ भारत की बढ़ती व्यापारिक भागीदारी को रेखांकित करती है।”


द्विपक्षीय व्यापार के आंकड़े और उद्देश्य

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, 2023-24 में भारत-ओमान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 8.94 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है। यह आंकड़ा दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक संबंधों को दर्शाता है। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के नेता व्यापक चर्चा करेंगे, जिसमें व्यापार और निवेश के साथ-साथ वैश्विक आर्थिक स्थिति पर विचार-विमर्श होगा।


11वीं संयुक्त आयोग की बैठक (जेसीएम)

पीयूष गोयल और ओमान के वाणिज्य, उद्योग और निवेश संवर्धन मंत्री महामहिम क़ैस बिन मोहम्मद बिन मूसा अल-यूसेफ 11वीं संयुक्त आयोग की बैठक (जेसीएम) में हिस्सा लेंगे। इस बैठक में भारत और ओमान के बीच सीईपीए (Comprehensive Economic Partnership Agreement) वार्ता को तेज करने और व्यापारिक संतुलन बनाने पर जोर दिया जाएगा।


प्रमुख कार्यक्रम और चर्चाएं

  1. उद्योग और भारतीय समुदाय से मुलाकात:
    • केंद्रीय मंत्री ओमान में उद्योग जगत और भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे।
    • दोनों देशों के व्यापारिक हितों को साझा करने और व्यापार को सुगम बनाने के उपायों पर चर्चा की जाएगी।
  2. वित्त मंत्री से मुलाकात:
    • ओमान के वित्त मंत्री सुल्तान बिन सलीम अल हबसी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात।
  3. विशेष आर्थिक क्षेत्र और मुक्त क्षेत्र पर चर्चा:
    • ओमान के विशेष आर्थिक क्षेत्र और मुक्त क्षेत्र के विकास और व्यापारिक अवसरों पर चर्चा की जाएगी।

संयुक्त व्यापार परिषद की बैठक

फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) और ओमान वाणिज्य एवं उद्योग मंडल के बीच संयुक्त व्यापार परिषद की बैठक का आयोजन होगा। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री के साथ एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होगा।


भारत-ओमान संबंधों की प्रगति

ओमान भारत के लिए खाड़ी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भागीदार है। ऊर्जा, फार्मा, आईटी, और कृषि जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के साथ-साथ सीईपीए वार्ता पर जोर देने से व्यापारिक साझेदारी और मजबूत होगी।

यह यात्रा भारत और ओमान के व्यापार संबंधों को और सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। दोनों देशों के बीच पारस्परिक सहयोग न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से बल्कि सामरिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। उम्मीद है कि इस दौरे से भारत-ओमान व्यापार संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे।

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