भारत-कतर संबंधों को मिली नई ऊंचाई, पीएम मोदी और अमीर तमीम बिन हमद अल थानी की अहम बैठक
“ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी ने मंगलवार को नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इस दौरान दोनों देशों ने व्यापार, ऊर्जा, निवेश, नवाचार, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा और सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करने के लिए रणनीतिक साझेदारी की दिशा में आगे बढ़ने का फैसला किया।“
दोनों देशों ने दोहरे कराधान से बचने और वित्तीय अनियमितताओं को रोकने के लिए एक संशोधित समझौते पर हस्ताक्षर किए।
व्यापार, ऊर्जा, निवेश और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने पर सहमति बनी।
भारत-कतर के ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए कई अहम चर्चाएं हुईं।
भारत-कतर के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा
भारत और कतर के बीच व्यापारिक और कूटनीतिक रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं।
दोनों देशों ने निवेश और व्यापार के नए अवसर तलाशने पर सहमति जताई।
भारत और कतर के बीच खाद्य सुरक्षा और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नए समझौतों पर बातचीत हुई।
पीएम मोदी ने कहा:
“भारत और कतर के बीच मित्रता, विश्वास और आपसी सम्मान के मजबूत ऐतिहासिक संबंध हैं। यह रिश्ता व्यापार, निवेश और तकनीकी नवाचार के जरिए और आगे बढ़ेगा।”
कतर के अमीर का भव्य स्वागत
🔹 कतर के अमीर को मंगलवार सुबह राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
🔹 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पीएम नरेंद्र मोदी ने उनका औपचारिक स्वागत किया।
🔹 विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी बैठक में भाग लिया।
कतर के अमीर ने कहा:
“भारत और कतर के बीच व्यापार और रणनीतिक सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की अपार संभावनाएं हैं।”
भारत-कतर द्विपक्षीय सहयोग के प्रमुख क्षेत्र
दोहरे कराधान से बचने और वित्तीय अनियमितताओं को रोकने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर।
व्यापार, ऊर्जा और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय साझेदारी को नई ऊंचाई देने की प्रतिबद्धता।
भारत और कतर के बीच टेक्नोलॉजी, सेमीकंडक्टर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और फिनटेक के क्षेत्र में सहयोग पर जोर।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, हाल के वर्षों में भारत और कतर के व्यापारिक संबंध तेजी से बढ़े हैं और यह साझेदारी भविष्य में और मजबूत होगी।
भारत-कतर सहयोग में भविष्य की संभावनाएं
ऊर्जा: कतर प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा निर्यातक है और भारत इसका प्रमुख आयातक है।
टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप: भारत और कतर डिजिटल इनोवेशन और स्टार्टअप क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए।
खाद्य सुरक्षा: भारत ने कतर को कृषि उत्पादों और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
संस्कृति और पर्यटन: दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूत करने के लिए नई योजनाएं बनाई जाएंगी।
पीएम मोदी ने कहा:
“भारत स्थिरता, विश्वसनीयता और निवेश में सुगमता के लिए सबसे उपयुक्त स्थान बन गया है। कतर के साथ हमारी साझेदारी और मजबूत होगी।”
भारत और कतर ने रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का निर्णय लिया।
दोहरे कराधान से बचने और व्यापार सहयोग को बढ़ाने के लिए समझौते किए गए।
ऊर्जा, नवाचार और टेक्नोलॉजी में दोनों देशों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी।