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अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट अलायंस (IBCA) बना संधि-आधारित वैश्विक संगठन, भारत बना मुख्यालय

वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में, अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट अलायंस (IBCA) अब आधिकारिक रूप से एक संधि-आधारित, अंतर-सरकारी संगठन बन गया है। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि निकारागुआ, इस्वातिनी, भारत, सोमालिया और लाइबेरिया ने आईबीसीए (IBCA) फ्रेमवर्क समझौते की पुष्टि कर दी है।

क्या है IBCA?
अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट अलायंस (IBCA) का उद्देश्य सात प्रमुख बड़ी बिल्लियोंबाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, चीता, जगुआर और प्यूमा के संरक्षण को बढ़ावा देना है।

IBCA का औपचारिक गठन:
23 जनवरी 2025 को IBCA और इसका सचिवालय एक संधि-आधारित संगठन बना।
भारत को सर्वसम्मति से IBCA के मुख्यालय के रूप में चुना गया।
अब तक 27 देशों ने IBCA में शामिल होने की सहमति दी।

IBCA का उद्देश्य और महत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अप्रैल 2023 को ‘प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूरे होने’ के अवसर पर IBCA की नींव रखी थी। इसके बाद 29 फरवरी 2024 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत में IBCA मुख्यालय की स्थापना को मंजूरी दी।

IBCA के प्रमुख उद्देश्य:
बड़ी बिल्लियों की लुप्तप्राय प्रजातियों का संरक्षण
वैश्विक संरक्षण प्रयासों को मजबूत करना
सदस्य देशों के बीच तकनीकी जानकारी साझा करना
जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करना

IBCA से जुड़ने वाले देश और संगठन

अब तक भारत समेत 27 देशों ने IBCA में शामिल होने की सहमति दी है, जिनमें से 5 देशों – निकारागुआ, इस्वातिनी, भारत, सोमालिया और लाइबेरिया ने आधिकारिक रूप से फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।

IBCA से कौन-कौन से देश जुड़ सकते हैं?
बड़ी बिल्लियों की प्राकृतिक आवास वाले देश (रेंज स्टेट्स)
संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश
ऐसे देश जहां इन प्रजातियों का ऐतिहासिक रूप से अस्तित्व नहीं रहा लेकिन संरक्षण प्रयासों में रुचि रखते हैं

IBCA के संरक्षण प्रयास और योजनाएं

IBCA के तहत आने वाली बड़ी बिल्लियां:
1️⃣ बाघ (Tiger)
2️⃣ शेर (Lion)
3️⃣ तेंदुआ (Leopard)
4️⃣ हिम तेंदुआ (Snow Leopard)
5️⃣ चीता (Cheetah)
6️⃣ जगुआर (Jaguar)
7️⃣ प्यूमा (Puma)

IBCA द्वारा किए जाने वाले कार्य:
संरक्षण कार्यक्रमों को बढ़ावा देना
अंतरराष्ट्रीय फंडिंग और तकनीकी सहयोग प्रदान करना
बिल्ली प्रजातियों के लिए वैश्विक संरक्षण नीति तैयार करना
वन्यजीव अपराधों और अवैध शिकार पर रोकथाम के लिए देशों के बीच सहयोग बढ़ाना

IBCA से भारत को क्या लाभ?

IBCA मुख्यालय भारत में होने के कारण देश को कई फायदे होंगे:
भारत वैश्विक वन्यजीव संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
बाघ, शेर और चीता संरक्षण के प्रयासों को नई गति मिलेगी।
भारतीय वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को अंतरराष्ट्रीय शोध और संरक्षण परियोजनाओं में भाग लेने का अवसर मिलेगा।


अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट अलायंस (IBCA) का भारत में मुख्यालय बनना वन्यजीव संरक्षण में एक ऐतिहासिक कदम है। यह भारत को बड़ी बिल्लियों के संरक्षण के वैश्विक प्रयासों में नेतृत्व प्रदान करने का अवसर देगा।

IBCA के माध्यम से भारत और अन्य सदस्य देश वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करेंगे।
यह गठबंधन जलवायु परिवर्तन और पारिस्थितिकीय संतुलन बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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