पोषण ट्रैकर ऐप को नवाचार श्रेणी में प्रधानमंत्री पुरस्कार, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को मिला सम्मान
पोषण ट्रैकर ऐप को प्रधानमंत्री पुरस्कार, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की डिजिटल पहल को मिली पहचान
"देश में महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण संबंधी सेवाओं में सुधार के उद्देश्य से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने जो तकनीकी कदम उठाया था, वह अब राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। मंत्रालय द्वारा विकसित पोषण ट्रैकर ऐप को प्रधानमंत्री लोक प्रशासन में उत्कृष्टता पुरस्कार (नवाचार श्रेणी) से सम्मानित किया गया है। इस सम्मान को मंत्रालय के सचिव श्री अनिल मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्राप्त किया। यह उपलब्धि देश में पोषण सेवा वितरण में एक नई क्रांति का संकेत देती है।"
पोषण ट्रैकर ऐप: तकनीक और सेवा का मिलन
पोषण ट्रैकर ऐप क्या है?
पोषण ट्रैकर ऐप एक मोबाइल आधारित प्लेटफॉर्म है जिसे विशेष रूप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए डिजाइन किया गया है। इस ऐप का उपयोग देशभर में लाखों आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण, स्वास्थ्य और बाल देखभाल सेवाओं के डेटा एकत्र और रिपोर्टिंग के लिए किया जाता है।
प्रमुख विशेषताएं:
- बच्चों और माताओं की पोषण स्थिति का डिजिटल रिकॉर्ड
- समय पर सेवाओं की निगरानी और रिपोर्टिंग
- फील्ड स्टाफ की कार्यप्रणाली पर नजर
- नीति निर्धारण के लिए उपयोगी डैशबोर्ड
यह ऐप न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि जमीनी स्तर पर सेवा वितरण की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है।
पोषण ट्रैकर ऐप की भूमिका: महिला एवं बाल कल्याण में क्रांतिकारी बदलाव
मंत्रालय की रणनीति और दृष्टिकोण
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने महसूस किया कि डेटा-आधारित निर्णय ही सेवा वितरण की कुंजी है। इसी सोच के तहत पोषण ट्रैकर ऐप का विकास किया गया। यह ऐप POSHAN Abhiyaan के तहत संचालित होता है।
POSHAN Abhiyaan के अंतर्गत योगदान:
- कुपोषण को खत्म करना
- बच्चों की वृद्धि और विकास को ट्रैक करना
- गर्भवती महिलाओं की निगरानी
- मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटली ट्रैक करना
प्रधानमंत्री पुरस्कार का महत्व: क्यों खास है यह सम्मान
प्रधानमंत्री लोक प्रशासन में उत्कृष्टता पुरस्कार केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों को दिए जाते हैं जो प्रशासन में नवाचार और बेहतर सेवा वितरण के लिए काम करते हैं।
नवाचार श्रेणी में पोषण ट्रैकर ऐप का चयन यह दर्शाता है कि तकनीक के माध्यम से सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
श्री अनिल मलिक की भूमिका और नेतृत्व
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव श्री अनिल मलिक ने पोषण ट्रैकर के सफल कार्यान्वयन में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने विभिन्न राज्यों के प्रशासन से समन्वय स्थापित किया और इसे सुचारु रूप से लागू करने में योगदान दिया।
उनकी इस पहल को प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाना मंत्रालय और देश के लिए गर्व की बात है।
पोषण ट्रैकर ऐप: डिजिटल इंडिया के सपने की दिशा में एक और कदम
यह ऐप डिजिटल इंडिया अभियान का बेहतरीन उदाहरण है। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में डिजिटल समाधान के माध्यम से सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार किया गया है।
डिजिटल ट्रैकिंग के लाभ:
- डेटा में पारदर्शिता
- रियल टाइम मॉनिटरिंग
- सेवाओं की समय पर डिलीवरी
- केंद्र और राज्य प्रशासन के बीच समन्वय
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से व्यवस्था का सशक्तीकरण
पोषण ट्रैकर ऐप ने आंगनवाड़ी सेवाओं को आधुनिक बनाया है। अब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मोबाइल ऐप के ज़रिए रिपोर्टिंग कर सकती हैं, जो पहले पेपरवर्क पर निर्भर था।
जमीनी कार्यकर्ताओं के अनुभव:
- कार्य में आसानी
- समय की बचत
- सेवाओं का प्रभावी प्रदर्शन
- बच्चों और माताओं की स्थिति का सही विश्लेषण
भविष्य की राह: पोषण ट्रैकर ऐप से व्यापक बदलाव की उम्मीद
इस पुरस्कार के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि पोषण ट्रैकर ऐप का विस्तार होगा और इसमें नई सुविधाएं भी जोड़ी जाएंगी। आने वाले समय में इसके माध्यम से:
- अन्य मंत्रालयों के साथ डेटा साझा किया जा सकेगा
- पोषण संबंधित रिपोर्ट्स स्वचालित रूप से जनरेट होंगी
- सेवा प्रदाताओं की ट्रेनिंग को भी इसी प्लेटफॉर्म से जोड़ा जा सकता है
तकनीकी नवाचार से सामाजिक परिवर्तन की मिसाल
पोषण ट्रैकर ऐप न केवल एक तकनीकी उपकरण है, बल्कि यह एक सोच है—कि कैसे डिजिटल साधनों से महिलाओं और बच्चों की ज़िंदगी में बदलाव लाया जा सकता है। यह पुरस्कार मंत्रालय की प्रतिबद्धता, नवाचार और योजनाओं की सफलता का प्रमाण है।