आईआरएस ट्रेनी अधिकारियों से मिलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, ईमानदारी से सेवा करने की दी नसीहत
भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के प्रशिक्षु अधिकारियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर अधिकारियों को संबोधित करते हुए ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने का संदेश दिया। यह मुलाकात राष्ट्रपति भवन में आयोजित की गई।
राष्ट्र निर्माण में भूमिका की दी याद दिलाई
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रशिक्षु अधिकारियों को उनके महत्वपूर्ण दायित्वों की याद दिलाई। उन्होंने कहा, “आप सभी का कर्तव्य है कि आप देश के नागरिकों की सेवा करते हुए पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ अपने दायित्व निभाएं। राजस्व प्रणाली देश के आर्थिक ढांचे की रीढ़ है, और इसमें पारदर्शिता बनाए रखना आपकी प्राथमिक जिम्मेदारी है।”
ईमानदारी और पारदर्शिता पर जोर
राष्ट्रपति ने कहा कि अधिकारियों को अपनी भूमिका को केवल एक नौकरी के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि इसे राष्ट्र सेवा के एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा, “ईमानदारी और पारदर्शिता से काम करना न केवल आपके व्यक्तिगत विकास में मदद करेगा, बल्कि यह देश के विकास में भी योगदान देगा।”
कर प्रशासन में सुधार की अपील
राष्ट्रपति ने कर प्रशासन को बेहतर बनाने और नागरिकों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार अधिकारी का दायित्व है कि वह जनता के प्रति जवाबदेह रहे और उनके विश्वास को बनाए रखे।
प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए प्रेरणा
राष्ट्रपति के इस प्रेरणादायक संबोधन से आईआरएस प्रशिक्षु अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारियों को और बेहतर तरीके से समझने का अवसर पाया। राष्ट्रपति ने उन्हें कड़ी मेहनत और सतत प्रयासों के साथ देश की सेवा करने की सलाह दी।
इस मुलाकात ने प्रशिक्षु अधिकारियों को उनके कर्तव्यों के प्रति नई ऊर्जा और प्रेरणा दी। यह उनके लिए न केवल एक मार्गदर्शक अनुभव था, बल्कि देश की सेवा के लिए अपनी भूमिका को समझने का एक अनमोल अवसर भी।