महापरिनिर्वाण दिवस: उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष ने डॉ. अंबेडकर को दी श्रद्धांजलि
महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष ने प्रेरणा स्थल पर पहुंचकर भारत रत्न डॉ. बीआर अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की। इस दिन को बाबा साहेब के योगदान और उनकी विचारधारा को याद करने के लिए मनाया जाता है।
डॉ. अंबेडकर के प्रति राष्ट्र का सम्मान
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति श्री जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद और लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आज बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर के 69 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर संसद भवन परिसर स्थित प्रेरणा स्थल पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष ने बाबा साहेब के योगदान को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय संविधान का निर्माण कर समाज को समानता और न्याय का संदेश दिया। डॉ. अंबेडकर का जीवन प्रेरणा का स्रोत है, और उनकी विचारधारा देश को आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।
प्रेरणा स्थल पर विशेष कार्यक्रम
प्रेरणा स्थल पर विशेष प्रार्थना सभा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. अंबेडकर के जीवन और उनके संघर्षों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी।
डॉ. अंबेडकर का योगदान
- भारतीय संविधान के निर्माता: उन्होंने संविधान में समानता, स्वतंत्रता और न्याय जैसे मूल्य सुनिश्चित किए।
- सामाजिक सुधारक: डॉ. अंबेडकर ने समाज में छुआछूत और भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
- शिक्षा और अधिकार: उन्होंने शिक्षा और अधिकारों को सामाजिक सुधार का माध्यम बनाया।
प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री ने कहा, “डॉ. अंबेडकर का जीवन समाज के हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा है। उन्होंने न्याय, समानता और सामाजिक समरसता के सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाया और उन्हें संविधान में शामिल किया।”