गणतंत्र दिवस 2025: नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को प्रधानमंत्री मोदी की श्रद्धांजलि
“नई दिल्ली में 26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस समारोह का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर किया। इस अवसर पर उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने वीर सैनिकों की स्मृति में पुष्पचक्र अर्पित किया और उनके बलिदान को याद किया।”
गार्ड ऑफ ऑनर और दो मिनट का मौन
प्रधानमंत्री द्वारा पुष्पचक्र अर्पित करने के बाद इंटर-सर्विसेज गार्ड के कमांडर अमित राठी ने 21 गार्ड्स और 6 बगुलरों के साथ सलामी शस्त्र और शोक शस्त्र के आदेश दिए। लास्ट पोस्ट की धुन ने माहौल को भावुक कर दिया, और सभी अधिकारियों ने शहीदों को सलामी दी। इसके बाद दो मिनट का मौन रखा गया।
40 साल पुरानी परंपरा का पुनर्जीवन
इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में 40 वर्षों बाद एक पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबावो सुबियांतो को भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट राष्ट्रपति के अंगरक्षकों द्वारा पारंपरिक बग्गी में कर्तव्य पथ तक ले जाया गया। कर्तव्य पथ पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ का भी अभिवादन किया।
राष्ट्रपति ने किया राष्ट्रीय ध्वज फहराया
कर्तव्य पथ पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर समारोह का नेतृत्व किया। उनके साथ इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबावो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। राष्ट्रगान की धुन के साथ स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन से 21 तोपों की सलामी दी गई। यह स्वदेशी गन के उपयोग का प्रतीकात्मक महत्व भी रखती है।
गणतंत्र दिवस 2025 का यह आयोजन भारतीय परंपराओं, शौर्य और गौरव का जीवंत उदाहरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि और 40 साल पुरानी परंपरा का पुनर्जीवन इस समारोह को और खास बनाता है।