पाकिस्तान में भूकंप के झटके, जम्मू-कश्मीर में भी महसूस हुई कंपन
शनिवार को दोपहर करीब 1 बजे पाकिस्तान में भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई। इस भूकंप के झटके भारत के जम्मू-कश्मीर में भी महसूस किए गए। हालांकि अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
भूकंप का केंद्र और प्रभाव क्षेत्र
जम्मू-कश्मीर मौसम विभाग के निदेशक मुख्तार अहमद ने जानकारी दी कि भूकंप का केंद्र पाकिस्तान क्षेत्र में था और यह धरती की सतह से 10 किलोमीटर नीचे था। इस भूकंप के झटकों से जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में कंपन महसूस की गई।
कश्मीर घाटी: भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि कश्मीर घाटी भूकंप के लिहाज से पहले से ही संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। यहां पिछले कुछ दशकों में कई मध्यम और तीव्र भूकंप आ चुके हैं, जिनसे बड़ी जनहानि और संपत्ति का नुकसान हुआ है।
2005 का विनाशकारी भूकंप
8 अक्टूबर 2005 को आए भयंकर भूकंप की तीव्रता 7.6 थी, जिसका केंद्र पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में था। इस भूकंप में लगभग 80,000 लोगों की मौत हो गई थी और लाखों लोग बेघर हो गए थे।
चिनाब घाटी सहित अन्य क्षेत्रों में भूकंप का प्रभाव
जम्मू-कश्मीर के चिनाब घाटी, बारामुला, कुपवाड़ा और श्रीनगर जैसे इलाकों में समय-समय पर भूकंप के झटके महसूस होते रहे हैं। इन झटकों के चलते कुछ इमारतों में दरारें भी आई हैं, जिससे स्थानीय लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है।
विशेषज्ञों की सलाह: भूकंप-रोधी निर्माण की आवश्यकता
भूकंप की घटनाओं को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि:
- नई इमारतों का निर्माण भूकंप-रोधी तकनीक से किया जाना चाहिए।
- पुराने निर्माणों की समीक्षा और सुदृढ़ीकरण जरूरी है।
- आपातकालीन प्रशिक्षण और सामुदायिक जागरूकता बढ़ाई जाए।
सुरक्षा के लिए क्या करें?
भूकंप के दौरान सुरक्षित रहने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां:
- इमारत के मजबूत हिस्से, जैसे दरवाजे के फ्रेम या टेबल के नीचे छिपें।
- खिड़कियों और भारी वस्तुओं से दूर रहें।
- भूकंप के बाद गैस, बिजली और पानी की जांच करें।
- सरकारी एजेंसियों द्वारा दी गई निर्देशों का पालन करें।