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उत्तर भारत : 15 जून से बारिश और ठंडी हवाएं लाएंगी राहत

उत्तर भारत के निवासियों के लिए राहत भरी खबर है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पूर्वानुमान जारी किया है कि 15 जून से उत्तर भारत में भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है। इस बदलाव के पीछे सक्रिय होते मानसूनी हवाएं और क्षेत्रीय वायुमंडलीय अस्थिरता को जिम्मेदार माना जा रहा है।

तापमान में आएगी गिरावट, मिलेगी ठंडक

IMD के मुताबिक, शनिवार से तापमान में धीरे-धीरे गिरावट शुरू होगी। जहां अभी अधिकतम तापमान 44°C तक जा रहा है, वहीं 15 जून को यह गिरकर 40°C के करीब पहुंच सकता है।

संभावित तापमान 15 और 16 जून को:

  • 15 जून: अधिकतम तापमान – 40°C, न्यूनतम – 28°C
  • 16 जून: अधिकतम – 39°C, न्यूनतम – 27°C
  • बारिश की संभावना: गरज-चमक के साथ हल्की बारिश

दिल्ली-एनसीआर को मिलेगी थोड़ी राहत

दिल्ली में भी 44°C के आसपास चल रहा तापमान अब कुछ डिग्री कम होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, 15-16 जून तक तापमान में 4 डिग्री की गिरावट हो सकती है।

दिल्ली में बारिश का पूर्वानुमान:

  • हल्की से मध्यम बारिश संभव
  • कुछ क्षेत्रों में गरज और तेज़ हवाएं चल सकती हैं
  • बादल छाने से धूप की तीव्रता में कमी आएगी

16-17 जून को उत्तर भारत में व्यापक स्तर पर वर्षा

IMD के अनुसार, 16 और 17 जून को उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहेंगे और कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

किन राज्यों में होगी बारिश?

  • पंजाब
  • हरियाणा
  • दिल्ली
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखंड
  • जम्मू-कश्मीर

जारी हुए मौसम अलर्ट – सावधानी जरूरी

IMD ने जहां एक ओर राहत की बात कही है, वहीं अलर्ट भी जारी किए हैं, खासकर उन राज्यों के लिए जहां अभी भी तापमान खतरनाक स्तर पर है या तेज हवाओं और आंधी का खतरा है।

राज्यवार अलर्ट:

  • पंजाब और हरियाणा: 2 दिनों के लिए रेड अलर्ट
  • राजस्थान: शुक्रवार को रेड अलर्ट, अब ऑरेंज
  • उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर: सप्ताह भर के लिए ऑरेंज अलर्ट

IMD ने आम लोगों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बताई हैं, जिन्हें अपनाकर हीटवेव और तेज मौसम परिवर्तन से बचा जा सकता है।

सुझाव:

  • दिन के समय बाहर निकलने से बचें
  • अधिक से अधिक पानी पिएं
  • ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें
  • मौसम अपडेट पर नज़र रखें
  • वृद्धों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मॉनसून की प्री-एक्टिविटी और पश्चिमी विक्षोभ के चलते वायुमंडलीय परिवर्तन हो रहे हैं। इसके कारण:

  • वायु दबाव में अंतर
  • नमी युक्त हवाओं की सक्रियता
  • स्थानीय गरज-चमक की गतिविधियां
  • समुद्री सतह के तापमान में परिवर्तन

IMD के विस्तृत पूर्वानुमान के अनुसार:

क्षेत्रसंभावित स्थिति
उत्तर भारतबादल, गरज और बारिश, तापमान में गिरावट
मध्य भारतगर्मी में कमी, हल्की वर्षा संभव
दक्षिण भारतमॉनसूनी सक्रियता, सामान्य बारिश
पूर्वोत्तर भारतभारी वर्षा, बाढ़ का अलर्ट संभव

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