लद्दाख में कनेक्टिविटी क्रांति: सेना और सरकार ने 4जी और 5जी सेवाओं को पहुंचाने का बीड़ा उठाया
“लद्दाख और चीन के सीमावर्ती क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या लंबे समय से एक चुनौती रही है। लेकिन भारतीय सेना और सरकार की संयुक्त पहल से इन दूरदराज इलाकों में 4जी और 5जी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे न केवल सैनिकों को बेहतर संचार सुविधाएं मिल रही हैं, बल्कि स्थानीय लोगों की जिंदगी में भी बड़ा बदलाव आ रहा है।”
भारतीय सेना की पहल
भारतीय सेना ने भारती एयरटेल के साथ मिलकर इन इलाकों में कनेक्टिविटी का विस्तार करने का बीड़ा उठाया। सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने कठिन मौसम और शून्य से नीचे के तापमान में 5 महीनों में कुल 42 एयरटेल 4जी मोबाइल टावर लगाए हैं।
- ये टावर कारगिल, सियाचिन, डेमचोक, डीबीओ, और गलवान जैसे दूरदराज इलाकों को कवर करते हैं।
- इनसे सैनिकों और स्थानीय लोगों को बेहद जरूरी संचार सेवाएं मिलने लगी हैं।
सियाचिन पर 15,500 फीट की ऊंचाई पर मोबाइल टावर
सियाचिन ग्लेशियर पर 15,500 फीट की ऊंचाई पर मोबाइल टावर लगाया गया है।
- इससे न केवल सैनिकों को मदद मिली है, बल्कि सीमांत वासियों को भी संचार सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं।
- एयरटेल और जियो ने विभिन्न क्षेत्रों में कुल 30 से अधिक मोबाइल टावर स्थापित किए हैं।
5जी सेवाओं का विस्तार
मार्च 2023 में तत्कालीन संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लद्दाख में 500 मोबाइल टावर लगाने की मंजूरी दी थी।
- इन टावरों से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास के सभी क्षेत्रों में 4जी और 5जी सेवाएं शुरू की जाएंगी।
- पैंगोंग झील के पास भी अब 4जी इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है।
स्थानीय लोगों और पर्यटन को लाभ
- बेहतर कनेक्टिविटी से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- ऑनलाइन शिक्षा और दूरस्थ स्वास्थ्य सेवाएं भी सुलभ हो सकेंगी।
- डिजिटल क्रांति के माध्यम से स्थानीय लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा और आर्थिक अवसर बढ़ेंगे।
गलवान संघर्ष के बाद तेजी से शुरू हुआ काम
2020 में गलवान संघर्ष के बाद एलएसी पर चीन के बढ़ते कदमों का जवाब देने के लिए भारत ने अपने प्रयास तेज किए।
- मोबाइल नेटवर्क की कमी स्थानीय लोगों और सैनिकों के लिए बड़ी समस्या थी।
- सरकार और सेना की पहल से अब यह समस्या काफी हद तक दूर हो गई है।
भारतीय सेना और सरकार की यह पहल लद्दाख में कनेक्टिविटी के क्षेत्र में एक क्रांति ला रही है। दूरदराज के क्षेत्रों में 4जी और 5जी सेवाओं का विस्तार न केवल सैनिकों की जरूरतें पूरी कर रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी विकास के नए अवसर प्रदान कर रहा है। यह कदम देश की सुरक्षा और डिजिटल प्रगति दोनों को मजबूत करता है।