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बजट 2025-26: वित्त मंत्री ने राजकोषीय घाटे को घटाकर 4.4% किया, जानिए अन्य बड़ी घोषणाएं

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को आम बजट 2025-26 पेश किया। इस बजट में राजकोषीय घाटे को घटाकर जीडीपी का 4.4% कर दिया गया है, जबकि 2024-25 के लिए यह 4.8% निर्धारित किया गया था। यह सरकार की राजकोषीय अनुशासन बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

सरकार ने बजट में शुद्ध बाजार उधारी का लक्ष्य 11.54 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किया है। इसके अलावा, 2025-26 के लिए सकल उधारी का लक्ष्य 14.82 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है, जो पिछले साल के 14.01 लाख करोड़ रुपये से 5.7% अधिक है।

वित्त मंत्री की बजट घोषणाएं: प्रमुख बिंदु

राजकोषीय घाटे का लक्ष्य घटा – वित्त वर्ष 2025-26 के लिए राजकोषीय घाटे का नया लक्ष्य 4.4% रखा गया है, जबकि 2024-25 के लिए इसे 4.8% पर निर्धारित किया गया था।

सकल कर राजस्व में वृद्धि का अनुमान – वित्त वर्ष 2025-26 में सकल कर राजस्व 38.40 लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष से 11.72% अधिक है।

प्रत्यक्ष कर से राजस्व
📌 व्यक्तिगत आयकर और कॉर्पोरेट कर से 22.07 लाख करोड़ रुपये का अनुमान।
📌 अप्रत्यक्ष कर (सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क, जीएसटी) से 16.33 लाख करोड़ रुपये आने की उम्मीद।

सरकार का कुल व्यय – 2025-26 में सरकार का कुल व्यय 50.65 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।

कुल टैक्स प्राप्तियां – 2025-26 में 28.37 लाख करोड़ रुपये की टैक्स आय का अनुमान लगाया गया है।

राजकोषीय अनुशासन को बनाए रखने पर जोर

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा,

“हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि केंद्र सरकार का कर्ज सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के अनुपात में गिरता रहे और राजकोषीय अनुशासन बना रहे।”

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का प्रयास हर साल घाटे को नियंत्रित करना और कर्ज को स्थिर स्तर पर बनाए रखना है।

सरकार के लिए आर्थिक लक्ष्य और योजनाएं

🔹 इन्फ्रास्ट्रक्चर पर निवेश – सरकार ने कहा कि विकास दर को बनाए रखने के लिए बुनियादी ढांचे में निवेश जारी रहेगा

🔹 स्मॉल सेविंग्स स्कीम से अतिरिक्त फंडिंग – बाजार उधारी के अतिरिक्त, सरकार छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Schemes) से भी धनराशि जुटाएगी

🔹 निवेश और वित्तीय स्थिरता – सरकार निजी निवेश बढ़ाने और व्यापार को सुगम बनाने के लिए नई नीतियां लागू करेगी।

बजट 2025-26 में सरकार ने राजकोषीय अनुशासन पर जोर देते हुए घाटे को नियंत्रित करने की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं। टैक्स कलेक्शन, बाजार उधारी, और निवेश के नए लक्ष्यों के साथ यह बजट देश की आर्थिक स्थिरता और विकास को गति देने का प्रयास करता है।

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