आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन: अब तक 73.90 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य खाते जारी
केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के तहत अब तक 73.90 करोड़ से अधिक नागरिकों को डिजिटल स्वास्थ्य आईडी (आभा नंबर) जारी किए जा चुके हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने दी है। इस मिशन का उद्देश्य भारत में एक डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली तैयार करना है, जिससे नागरिकों को बेहतर और सुगम स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
🔹 73 करोड़ से अधिक ‘आभा’ आईडी जारी
3 फरवरी 2025 तक सरकार ने 73,90,93,095 ‘आभा’ आईडी जारी कर दी हैं।
‘आभा नंबर’ से डॉक्टर से डॉक्टर तक आपका हेल्थ रिकॉर्ड आसानी से पहुंच सकता है, जिससे बेहतर और निरंतर इलाज सुनिश्चित हो सके।
डिजिटल स्वास्थ्य खाता बनाने से मेडिकल जरूरतों और इलाज की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त की जा सकती है।
क्या है ‘आभा’ आईडी और इसके फायदे?
आभा (Ayushman Bharat Health Account – ABHA) आईडी एक 14 अंकों की विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान संख्या होती है, जिसे पहले हेल्थ आईडी कहा जाता था। इसका उद्देश्य नागरिकों को डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड उपलब्ध कराना है, जिससे वे अपनी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी कहीं भी, कभी भी एक्सेस कर सकें।
✅ आभा आईडी के लाभ:
🔹 स्वास्थ्य रिकॉर्ड की आसान उपलब्धता – मरीज अपने मेडिकल इतिहास, रिपोर्ट्स और दवाइयों की जानकारी डिजिटल रूप से संग्रहीत कर सकते हैं।
🔹 डॉक्टर से डॉक्टर तक कनेक्टिविटी – इलाज की निरंतरता बनी रहती है और किसी भी अस्पताल या डॉक्टर के पास तुरंत मेडिकल रिकॉर्ड उपलब्ध हो जाता है।
🔹 कहीं भी इलाज की सुविधा – देशभर में कहीं भी किसी भी डॉक्टर के पास जाकर अपनी डिजिटल हेल्थ हिस्ट्री दिखा सकते हैं।
🔹 डेटा सुरक्षा और गोपनीयता – मरीज की सहमति के बिना उसकी मेडिकल जानकारी किसी और के साथ साझा नहीं की जाती।
सरकार का लक्ष्य: 1.5 लाख ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ स्थापित करना
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने लोकसभा में जानकारी दी कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत सरकार ने 2021-2026 तक कई महत्वपूर्ण योजनाओं को विस्तारित करने का निर्णय लिया है।
सरकार द्वारा तय किए गए लक्ष्य:
मातृ मृत्यु दर को घटाकर 87 प्रति लाख करना।
शिशु मृत्यु दर को 22 प्रति हजार तक लाना।
कुल प्रजनन दर (TFR) को 2.0 पर बनाए रखना।
1.5 लाख ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ स्थापित करना।
सभी नवजात शिशुओं का 90% से अधिक पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करना।
इसके अलावा, मलेरिया, डेंगू, लिम्फेटिक फाइलेरिया, और काला अजार जैसी बीमारियों से निपटने के लिए भी सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) की शुरुआत और उद्देश्य
शुरुआत: आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत 27 सितंबर 2021 को की गई थी।
उद्देश्य: भारत में एक सशक्त डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली का निर्माण करना, जिससे नागरिकों को उनकी स्वास्थ्य जानकारी का डिजिटल एक्सेस मिले।
ABDM के तहत प्रमुख सेवाएं:
✅ डिजिटल हेल्थ आईडी (आभा) – सभी नागरिकों को यूनिक हेल्थ आईडी प्रदान करना।
✅ हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्रेशन (HPR) – डॉक्टर और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के लिए डिजिटल रजिस्ट्रेशन।
✅ हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्रेशन (HFR) – अस्पतालों और क्लीनिकों के लिए डिजिटल रजिस्ट्रेशन।
✅ डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड – मरीजों के लिए मेडिकल डेटा का डिजिटल संग्रह।
कैसे बनाएं अपनी ‘आभा’ आईडी?
अगर आप अपनी आभा आईडी (ABHA Number) बनवाना चाहते हैं, तो यह प्रक्रिया बेहद आसान है:
1️⃣ आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://healthid.ndhm.gov.in
2️⃣ आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस नंबर डालें।
3️⃣ OTP वेरिफिकेशन करें।
4️⃣ व्यक्तिगत जानकारी भरें और सबमिट करें।
5️⃣ आपका 14 अंकों का ABHA नंबर जेनरेट हो जाएगा।
आप इसे आधिकारिक मोबाइल ऐप ‘ABHA App’ पर भी डाउनलोड कर सकते हैं।
डिजिटल स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत की बड़ी उपलब्धि
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) ने भारत को डिजिटल हेल्थकेयर क्षेत्र में एक नया मुकाम दिया है। इसके तहत सरकार हर नागरिक को डिजिटल हेल्थ सुविधा प्रदान करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।