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दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन? भाजपा के सामने बड़ा सवाल

दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ऐतिहासिक जीत के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाएगी? पार्टी किसी महिला को सीएम बनाएगी, या फिर अनुसूचित जाति (SC), सिख, पूर्वांचली, जाट-गुर्जर समाज से किसी नेता को यह मौका मिलेगा? इस पर राजनीतिक पंडितों के अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं।

क्या जारी रहेगा ‘नई दिल्ली सीट’ का ट्रेंड?

दिल्ली में पिछले 27 वर्षों से यह परंपरा रही है कि नई दिल्ली विधानसभा सीट जीतने वाला नेता मुख्यमंत्री बनता है।
शीला दीक्षित ने तीन बार इस सीट से जीतकर मुख्यमंत्री का पद संभाला।
अरविंद केजरीवाल भी तीन बार इसी सीट से जीतकर सीएम बने।

अगर यह परंपरा जारी रहती है, तो प्रवेश वर्मा मुख्यमंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।

🔹 उन्होंने नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराकर भाजपा की बड़ी जीत दर्ज की।
🔹 वह दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं।
🔹 जाट समुदाय से आते हैं, जिससे यूपी, हरियाणा और राजस्थान में भी भाजपा को फायदा मिलेगा।

अन्य प्रमुख दावेदारों के नाम

➡️ वीरेंद्र सचदेवा:

  • भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हैं और पंजाबी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं।
  • पंजाबी मतदाता दिल्ली में महत्वपूर्ण संख्या में हैं।
  • उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा लेकिन पूरी पार्टी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

➡️ एससी समाज से मुख्यमंत्री बनाने की संभावना:

  • भाजपा SC समुदाय को सीएम बनाकर पूरे देश में सियासी संदेश दे सकती है।
  • इससे कांग्रेस के संविधान बदलने के आरोपों को भी कमजोर किया जा सकता है।

➡️ पूर्वांचली मुख्यमंत्री का विकल्प:

  • बिहार में आगामी चुनाव को देखते हुए, भाजपा पूर्वांचली समुदाय से मुख्यमंत्री चुन सकती है।
  • दिल्ली में पूर्वांचली मतदाताओं की बड़ी संख्या है, जो भाजपा के लिए फायदेमंद हो सकता है।

➡️ सिख समुदाय से सीएम बनाने की संभावना:

  • अगर भाजपा किसी सिख नेता को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाती है, तो इसका असर पंजाब पर भी पड़ेगा।
  • पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, भाजपा इस रणनीति से वहां की सत्ता हासिल करने की योजना बना सकती है।

भाजपा कर सकती है ‘डिप्टी सीएम’ का फार्मूला

भाजपा इस बार दिल्ली में संतुलन बनाने के लिए ‘डिप्टी सीएम’ का फॉर्मूला अपना सकती है

🔹 अगर एक जाति या समुदाय के नेता को मुख्यमंत्री बनाया जाता है, तो अन्य वर्गों को संतुष्ट करने के लिए
🔹 2-3 उपमुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं, जैसा कि अन्य राज्यों में भाजपा कर रही है।

✔️ प्रवेश वर्मा सबसे मजबूत दावेदार हैं, लेकिन भाजपा अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रही है।
✔️ सिख, अनुसूचित जाति और पूर्वांचली समुदाय के नेताओं के नाम भी चर्चा में हैं।
✔️ ‘डिप्टी सीएम’ फॉर्मूला अपनाकर सभी समुदायों को संतुलित करने की रणनीति बनाई जा सकती है।

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