अहमदाबाद विमान हादसा: भारतीय सेना ने संभाला मोर्चा, राहत और बचाव कार्य में जुटे 500 से अधिक कर्मी
“गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया की एक फ्लाइट के क्रैश हो जाने के बाद, पूरे देश में शोक और चिंता का माहौल बना हुआ है। राहत की बात यह है कि भारतीय सेना, वायु सेना और तटरक्षक बल ने तुरंत घटनास्थल पर मोर्चा संभाल लिया है। नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर, सेना अब इस संकट से निपटने के लिए पूरी तत्परता से जुटी हुई है।“
सेना की त्वरित प्रतिक्रिया: कैसे हुई तैनाती
घटना के कुछ ही देर बाद भारतीय सेना की क्विक एक्शन टीम, इंजीनियरिंग यूनिट, मेडिकल स्टाफ और अग्निशमन दल अहमदाबाद पहुंच गए। उनका प्रमुख उद्देश्य है:
- पीड़ितों को मलबे से निकालना
- आग पर काबू पाना
- घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना
- घटनास्थल की सुरक्षा और प्रबंधन करना
सेना की 130 जवानों की टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में राहत कार्यों में लगी हैं।
विशेष इंजीनियरिंग टीमें – मलबा हटाने में जुटी
भारतीय सेना ने जेसीबी और अन्य हैवी मशीनरी से लैस इंजीनियरिंग यूनिट्स घटनास्थल पर भेजी हैं। उनका मुख्य कार्य है:
- दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे को हटाना
- छात्रावास क्षेत्र को सुरक्षित बनाना
- फंसे हुए लोगों को सावधानीपूर्वक निकालना
यह मलबा बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास के पास गिरा था, जो सिविल अस्पताल से सटा हुआ है।
मेडिकल और पैरामेडिकल टीमें – घायलों को तत्काल सहायता
सेना की ओर से मेडिकल अफसर, ट्रॉमा एक्सपर्ट्स और पैरामेडिकल स्टाफ भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। उनके द्वारा:
- पीड़ितों को प्राथमिक चिकित्सा दी जा रही है
- गंभीर घायलों को सिविल अस्पताल और मिलिट्री हॉस्पिटल भेजा जा रहा है
- सेना के मेडिकल बेस को भी अलर्ट पर रखा गया है
इनमें से कुछ जवानों को ब्लड डोनेशन के लिए भी तैयार रखा गया है।
फायर ब्रिगेड और वाटर बाउजर्स – आग पर पाया गया नियंत्रण
सेना और प्रशासन की संयुक्त अग्निशमन टीमें फायर टेंडर्स और वाटर बाउजर्स के साथ काम कर रही हैं। आग पर काबू पाने के लिए उन्होंने:
- अत्याधुनिक फोम जनरेटर
- वाटर जेट सिस्टम
- थर्मल स्कैनिंग कैमरा का प्रयोग किया
अग्निशमन कार्य को तेज़ी से पूरा करने में सेना की भूमिका निर्णायक रही।
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए सेना की प्रोवोस्ट यूनिट तैनात
घटनास्थल पर भीड़ को नियंत्रित करने और राहत कार्य में व्यवधान से बचाने के लिए सेना की प्रोवोस्ट शाखा को भी तैनात किया गया है। इनका कार्य है:
- सुरक्षा घेरा बनाना
- मीडिया और आम जनता को निर्देशित करना
- कार्य स्थल को व्यवस्थित बनाए रखना
प्रशासन ने भी अपील की है कि लोग अफवाहों से बचें और सोशल मीडिया पर सतर्क रहें।
समन्वित राहत प्रयास – सेना और प्रशासन साथ मिलकर कर रहे हैं कार्य
सेना और नागरिक प्रशासन के बीच पूरा समन्वय स्थापित किया गया है। इनके साथ:
- वायु सेना की सहायता से हवाई निगरानी
- भारतीय तटरक्षक बल द्वारा अतिरिक्त बचाव संसाधन
- NDRF और SDRF की टीमों ने तकनीकी सहयोग दिया
यह प्रयास दर्शाते हैं कि कैसे आपदा की स्थिति में संयुक्त कार्यवाही ज़रूरी है।
राहत कार्यों की तस्वीरें और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर #ArmyInAction और #AhmedabadPlaneCrash जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
मिलिट्री हॉस्पिटल अलर्ट पर – इलाज के लिए पूर्ण तैयारी
भारतीय सेना ने अपने मिलिट्री हॉस्पिटल नेटवर्क को अलर्ट मोड पर रखा है। इसमें:
- ICU बेड्स आरक्षित
- विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती
- एयरलिफ्ट सुविधा स्टैंडबाय में रखी गई है
यदि घायलों को बेहतर इलाज की आवश्यकता पड़ी, तो उन्हें सेना के सुपर-स्पेशलिटी सैन्य अस्पतालों में भर्ती कराया जाएगा।
एयर इंडिया, राज्य सरकार और अन्य एजेंसियों की साझेदारी
- एयर इंडिया ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और जांच शुरू कर दी
- राज्य सरकार ने सेना से संपर्क कर राहत में सहयोग मांगा
- NDRF की विशेषज्ञ टीमों ने सेना के साथ रेस्क्यू में भाग लिया
यह प्रयास दर्शाते हैं कि जब संकट आता है, तो भारत एकजुट होता है।